पेंशन भोगियो के लिए लाइफ प्रमाण पत्र बना लिए जारी किया नया अलर्ट ,लेकिन करना होगा ये काम

Saroj kanwar
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केंद्र सरकार ने जीवन प्रमाण के लिए एक उच्च सतर्कता संदेश जारी किया है ।और साथ ही पेंशन भोगियो को शानदार तोहफे भी दिए है। इस सर्कुलर ने उन्हें आने वाली पेंशन प्राप्ति के लिए जरूरी जानकारी प्रदान की है और उनकी सुविधा के लिए इसका उपयोग किया है। आप सभी को बता दे 80 वर्ष से अधिक की आयु की पेंशन भोगियो के लिए 1 अक्टूबर से जीवन प्रमाण पत्र भरने की सुविधा दी जाती है 80 सालों से कम उम्र वालों को 1 नवंबर से सुविधा मिलती है। लेकिन इस प्रक्रिया धोखा देने की संभावना देखते हुए केंद्र सरकार के द्वारा एक महत्वपूर्ण सर्कुलर जारी किया गया है । जैसा कि आप सभी को पता है कि हर महीने पेंशन लेने के लिए पेंशन भोगियों को एकसाल में अपना जीवन प्रमाण पत्र अनिवार्य होता है और 80 साल से ऊपर के पेंशनभोगियों के होने के लिए सुविधा एक अक्टूबर से उपलब्ध होती है।

फेस पहचान सिस्टम के माध्यम के जरिए पेंशनर्स घर बैठे बैठे जीवन प्रमाण पत्र को भर सकते हैं

फेस पहचान सिस्टम के माध्यम के जरिए पेंशनर्स घर बैठे बैठे जीवन प्रमाण पत्र को भर सकते हैं। लेकिन ऐसा करते समय आपको बहुत सावधानी रखने के लिए अगर आपसे कुछ गलती हो गई तो आपको परेशानी भी हो सकती है।चलिए जानते हैं आप सभी को पेंशनके अलर्ट और उसके बारे में।

आजकल साइबर फ्रॉड के द्वारा अधिकतम पेंशन धारकों को ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने के लिए सूचित किया जा रहा है। केवल यही नहीं उन फ्रॉड के पास पेंशन धारकों की पूरी जानकारी उपलब्ध है जैसी सेवानिवृत्ति का दिनांक , पीपीओ नंबर , आधार कार्ड संख्या स्थायी पता, ईमेल आईडी आदि जैसी जानकारी। साइबर अपराधी पेंशन भोगियो को पूरा डिटेल के साथ कॉल करते है ताकि पेंशन भोगी को उन पर शक न हो क्योंकि उन डिटेल पेंशनभोगी उसपर विश्वास कर सकता है इसलिए उन्हें लगता है कि कॉल पेंशन निदेशालय की ओर से की गई है। अपराधी पेंशन धारकों को पूरी जानकारी बताते हुए जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करवाने के लिए कहते हैं।

अगर पेंशनधारी गलती से भी अपराधी के फोन पर ओटीपी बता देते हैं

अगर पेंशनधारी गलती से भी अपराधी के फोन पर ओटीपी बता देते हैं तो इसकी वजह से अपराधियों को penshn धारको का अकाउंट का एक्सेस मिल जाता है इसकी वजह से पेंशनरों के अकाउंट का सारा पैसा किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करते हैं। इसलिए सभी पेंशन धारकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। आप सभी पेंशनरों के ध्यान में रखना ध्यान में रखनेहै की पेंशन निदेशालय कभी भी किसी भी पसनषर को जीवन प्रमाण पत्र अपडेट करने के लिए सूचित नहीं करती है और ना ही ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र अपडेट लड़वाने के लिए। हर किसी पेंशनधारक की ड्यूटी होती है किकी वह खुद से पेंशन निदेशालय जाए ! और अपना लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट करवाए। इसलिए आप सभी को इस फर्जी कॉल से हमेशा सावधान रहना होगा।

यह जानकारी आप खुद भी ध्यान में रखे अपने जाने वालों से भी शेयर करें। आप सभी को यह बता दे की पेंशनधारको कीकिसी भी प्रकार की फ्रॉड में ना फंसे। इसके केंद्र सरकार के द्वारा सभी बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि जो भी पेंशन धारक बैंक जाने में असमर्थ उनके घर पर बैंक कर्मचारियों को भेजा जाए उनका लाइव सर्टिफिकेट अपडेट करवाया जाए । पेंशन धारक को भी कहीं भी जाने की आवश्यकता नहीं है। अगर पेंशन धारक कहीं आने जाने में समर्थ नहीं है तो केवल ऐसे ही धारकों के घर कर्मचारियों कोभेजेगा। उनका लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट हो सके।

नई सुविधा का उद्धघाटन

पेंशनभोगियों का जीवन सुविधापूर्ण बनाने के लिए UIDAI ने अपने आधार डेटाबेस पर आधारित एक विशेष प्रमाणीकरण तकनीक प्रणाली विकसित की है जिसमें उन्होंने यूआईडीएआई के साथ मिलकर काम किया। यह प्रणाली आधार कार्ड रेसिपिएंट्स की पहचान में सिक्योरिटी स्टेबिलिटी को बढ़ाने के लिए डिजाइनकी गई है। इसकी मदद से किसी भी स्मार्टफोन की सीरीज जीवन प्रमाण जमा करना काफी आसान है। आपको बता दें कि यह पर बायोमेट्रिक का उपयोग करके वीडियो वीडियो KYC और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के द्वारा दूर स्टेप लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट करवाने की नई सुविधा की शुरुआत की गई है !

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