हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी को सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत करती है। यह व्रत पति की लम्बी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए किया जाता है। इस बार यह व्रत 20 अक्टूबर 2024 रविवार को पड़ रहा है। इस व्रत की पूजा के लिए कई सामग्रियों की जरूरत होती है। इन्ही में से एक है करवा जिसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। करवा में कई तरह की अलग अलग भरी जाती है। आपको बता दे की , मिट्टी से बनी घड़े जैसी आकृति को छोटे बर्तन वाला करवा कहते हैं जो अब पीतल या तांबे में भी बाजार में उपलब्ध है। इसमें क्या-क्या चीज भरी जाती है हम आपको बताते हैं।
करवा चौथ के दिन क्या-क्या भरना होता है शुभ ।
गेहूं भरना होता है शुभ
कर्वे में कई तरह की समंग्री भरी जाती है जिनका पूरी तरह शुद्ध और पवित्र होना बहुत जरूरी है। क्योंकि मान्यता के अनुसार करवा को करवा माता का प्रतीक माना जाता है। इसमें भरी गई सभी चीज करवा माता को चढ़ाई जाती है इसमें मुख्य रूप से गेहूं भरा जाता है और इसे बहुत शुभ माना जाता है।
चीनी दूध और गंगाजल
बर्तन में चीनी भरी जाती है जो पूजा में शामिल की जाने वाली चीजों में से एक है। आप चाहे तो कलश में गंगाजल या दूध भरकर भी रख सकते हैं। हालांकि इस बात का खास ख्याल रखें की अध्र्य देने वाला कलश कलश से अलग होना चाहिए।
अक्षत और चांदी का सिक्का
इसके अलावा कलश में चावल भी भर सकते हैं। आप कलश में मुरमुरे ,चांदी का सिक्का डाल सकते हैं कि करवा चौथ के दिन चांद देखकर पूजा का विशेष महत्व होता है माना गया कि खील ,चावल और चांदी तीनों ही चंद्रमा का मजबूत करती है।