Jungle Safari Haryana 2025: हरियाणा सरकार ने अरावली की पहाड़ियों में एक बड़ी और अनोखी परियोजना की घोषणा की है। राज्य में पहली बार 10 हजार एकड़ क्षेत्र में जंगल सफारी विकसित की जाएगी। यह सफारी न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है।
सफारी में नहीं होंगे हिंसक जानवर
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्पष्ट किया है कि इस जंगल सफारी में शेर-चीते जैसे खतरनाक जानवर नहीं रखे जाएंगे। यहां केवल वे जानवर होंगे जो इंसानों के लिए सुरक्षित हैं। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि सफारी बच्चों और परिवारों के लिए एक सुरक्षित पर्यटन स्थल बन सके।
बजट घोषणाओं की समीक्षा बैठक में लिया गया फैसला
मुख्यमंत्री सैनी ने यह जानकारी बजट घोषणाओं की समीक्षा बैठक के दौरान दी। इस बैठक में उन्होंने परियोजना को लेकर संबंधित अधिकारियों को सभी पर्यावरणीय और वन नियमों का पालन करने का निर्देश दिया है।
मानसून को ध्यान में रखकर पौधारोपण के निर्देश
सीएम ने खासतौर पर कहा कि जंगल सफारी क्षेत्र में ऐसे पौधे लगाए जाएं जो बरसात में आसानी से पनप सकें। इसका उद्देश्य है कि सफारी क्षेत्र जल्दी हराभरा हो और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत हो।
पर्यावरण और वन विभाग की योजनाओं की भी समीक्षा
मुख्यमंत्री सैनी ने पर्यावरण और वन विभाग की अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सभी विकास कार्य पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए किए जाएं।
पर्यटन और रोजगार के नए अवसर
इस जंगल सफारी प्रोजेक्ट से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। यह परियोजना न केवल राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाएगी। बल्कि आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।
क्या होगी इस सफारी की खासियत?
- स्थानीय समुदायों को रोजगार और प्रशिक्षण मिलने की संभावना।
- 10,000 एकड़ में फैली विशाल परियोजना।
- इंसानों के लिए सुरक्षित वन्यजीव प्रजातियां शामिल होंगी।
- पर्यावरणीय नियमों का पूरी तरह से पालन।
- मानसून में अनुकूल पौधारोपण के लिए निर्देश।