जापान के माता पिता अपने बच्चो की ऐसे करते है परवरिश जो उन्हें बनाती है कामयाब ,आप भी ले उनसे ये टिप्स

Saroj kanwar
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परवरिश आसान काम नहीं है बच्चों को अच्छी परवरिश मिलती है तो वह जीवन के हर पड़ाव पर खरा उतरता है। कहते हैं कामयाबी उसके कदम चूमती है। वही खराब परवरिश सफलता की राह मुश्किल बन सकती है। व्यक्ति कीआदतों, बातों और व्यवहार से परवरिश की झलक मिलती है। अक्सर हम इंटरनेट पर भी यही देखते सुनते हैं कि जापान देश बाकी दुनिया से आगे की समय में जी रहा है। जापानी लोगों के व्यवहार और सफलता को भी देखा जा सकता है। ऐसे में यहां जाने परवरिश के उन तरीकों को जिन जापानी माता-पिता अपनाते हैं।

जापानी परवरिश के टिप्स

बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना

जापानी बच्चोंको बचपन से आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जाती है। बच्चे खुद से सामान खरीदना ,अपना पसंद की चीज चुनाव ,अपने भरोसे ही अपने बाकी काम करने की कोशिश करते हैं।

खाने को इंटरेस्टिंग बनाना

बच्चे सारे खान-पान की बहुत सी चीजों की नाक सिकुड़ते हैं। खासकर देखा जाता है कि बच्चों को हेल्दी चीज बिल्कुल अच्छी नहीं लगती है। रोज जंक फूड खाना ही पसंद करते हैं। लेकिन जापानी पेरेंट्स हेल्दी खाने को भी इतना इंटरेस्ट बनाकर पेश करते हैं कि बच्चे सब कुछ बिना कतराते ही खा लेते हैं इससे बच्चों की खान-पान की आदतें तो अच्छी रहती है साथ ही नहीं भरपूर पोषक तत्व भी मिलते हैं जो सेहत को अच्छा बनाए रखते हैं।

अनुशासन बनाए रखना

कहते हैं मोटिवेशन एक समय के बाद खत्म हो सकती है लेकिन अनुशासन खत्म नहीं होता अनुशासन व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ता बढ़ता जाता है इसलिए जापानी माता-पिता बच्चों के अनुशासन पर खास ध्यान देते हैं। बच्चे अनुशासन का ध्यान रखते हुए आगे बढ़ते हैं तो जीवन की हर कठिनाई से लड़ना भी सीख जाते हैं।

इमोशनल ग्रोथ पर ध्यान देना

बच्चों की भावनाओं का ना नकारना जरूरी होता है।अक्स हम देखते हैं कि बच्चा किसी काम को करने से कतराता है औररोने लगता है तो हम उसे चुप करने को कहकर अपने काम पर लग जाते हैं लेकिन जहां आदमी परवरिश पर बच्चों की इमोशंस पर ध्यान दिया जाता है उन्हें सुना जाता है समझा जाता है इससे आप बच्चे अपनी भावनाएं माता-पिता से साझा करना सिखाते हैं और अंदर-अंदर घुटते नहीं रहते हैं।बच्चे का अच्छा मानसिक स्वास्थ्य है उसे सफल बनाने में योगदान देता है।

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