क्या चाँदीपुरा वायरस महामारी का रूप ले रहा है ,यहां जाने क्या कह रहे है डॉक्टर्स

Saroj kanwar
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गुजरात ,महाराष्ट्र ,आंध्र प्रदेश ,राजस्थान ,मध्य प्रदेश जैसे राज्य में चांदीपुर वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। सैंडफ्लाइज से फैलने वाला संक्रमण बच्चों को सबसे ज्यादा अपना शिकार बना रहा है चांदीपुर वायरस और इसके लक्षणों बचाव के तरीकों को समझने के लिए एक डॉक्टर ने इंटरव्यू में इस वायरस को लेकर कई बाते कही।

डॉक्टर अपने ने इंटरव्यू के दौरान बताया की 1965 में महाराष्ट्र के चांदीपुर जिले में पहली बार फैला था। इसी वजह से इस वायरस का नाम चांदीपुरा पड़ा था। उन्होंने बताया कि चांदीपुरा रबडोविरिडे आरएनए फैमिली का वायरस है। डॉक्टर ने बताया कि चांदीपुरा वायरस का का इनक्यूबेशन काफी कम होता है। संक्रमण के सिर्फ तीन चार दिन बाद ही इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

चांदीपुरा वायरस का नाम नागपुर जिले के गांव के नाम पर रखा गया। 2019 की पहली बार पहचान हुई थी तो आंध्र प्रदेश ,महाराष्ट्र ,उड़ीसा ,गुजरात में कई बार फैल चुका है।

लक्षण

चांदीपुरा वायरस इनफैक्ट होने की शुरुआती दिनों में जैसे कुछ सामान लक्षण दिखे थ।
बुखार
सिर
दर्द बदन दर्द
और उल्टी

डॉक्टर ने बताया कि जब इन्फेक्शन मस्तिष्क तक पहुंच जाता है तो मरीज मेंएन्सेफलाइटिस जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है। हमारी इसकी मस्तिष्क के टिशु में सूजन हो जाता है। जिसके बाद कई गंभीर लक्षण दिखाई देने लगते हैं। कई केसएन्सेफलाइटिसकी वजह से व्यक्ति की मौत भी हो जाती है।
बहुत तेज सर दर्द ,
उल्टी
दौरे पड़ना
मानसिक स्थिति परिवर्तन

डॉक्टर ने बताया की चांदीपुरा वायरस को फैलने से रोकने के लिए लोगों की भी जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। लोगों , के इसके लक्षण फैलने के तरीके और बचाव के उपाय के बारे में सटीक जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि 9 महीने से 14 साल तक के बच्चों को वायरस के कारण खतरा सबसे ज्यादा रहता है जिन जगहों संक्रमणफैला है वहां बच्चों को न जाने दे।बाहर जाने से पहले मच्छर भगाने क्रीम का इस्तेमाल करें और फुल स्लीव्स वाले कपड़े पहनाये।

वायरस के खिलाफ कोई ड्रग मौजूद नहीं है

डॉक्टर ने बताया की शायरी बचने के लिए सैंडफ्लाइज के काटने से बचने कोशिश करनी चाहिए। आसपास सफाई रखने के आलावा मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। चंडीगढ़ वायरस के केस लगातार देश में बढ़ रहे हैं। संक्रमण के महामारी रूप लेने के सवाल पर डॉक्टर ने बताया किसी भी वायरल संक्रांत में महामारी बनने की क्षमता होती है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। इससे पहले चांदीपुर वायरस संक्रमण फैल चुका है। लेकिन महामारी के स्तर पर नहीं पहुंचा है। हालांकि संक्रमण को नियंत्रित करने के उपाय करना चाहिए क्योंकि वायरस के खिलाफ कोई ड्रग मौजूद नहीं है।

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