भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेली जा रही है। भारतीय टीम ने सीरीज को पहले मैच में 295 रन से जीत हासिल की।दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 10 विकेट से हार मिली।तीसरे में भारत के खराब प्रदर्शन जारी रहा और बारिश की वजह ड्रा हुआ।
खुद सीनियर खिलाड़ी रोहित विराट के बल्ले से रन नहीं निकाल रहे हैं
अब चौथे टेस्ट मैच में टीम दोनों टीम जीत हासिल कर सीरीज में लीड होने की कोशिश में है। चौथे छोटे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी की। भारीतय गेंदबाज के खिलाफ कंगारू बल्लेबाजों का बल्ला जमकर चला। वही सीरीज की बात करे तो भारतीय टीम के बल्लेबाजी में कमजोरी नजर आई जो खुद सीनियर खिलाड़ी रोहित विराट के बल्ले से रन नहीं निकाल रहे हैं।
विराट कोहली ने पहले टेस्ट की भी दूसरी पारी में शतक ठोका
इस सिरज में विराट कोहली ने पहले टेस्ट की भी दूसरी पारी में शतक ठोका इसके बाद कोहली ने कुल चार पारी में केवल 21 रन बनाया अब स्टार स्पोर्ट्स के सामने उन्होंने इन फ्लॉप पारी की वजह से खुद को दोषी ठहराया है। विराट इस सीरीज में बाहर जाती गेंद पर आउट होते दिए जो उनकी अनुशासनहीनता की वजह से ही होता दिख रहा है जिसको खुद या बात मानते हुए हुए कहे कि,
मैं मानता हूं पिछले दो तीन पारियां वैसे नहीं गयी जैसा में चाहता हूं। मैं पिच पर रहने के लिए अनुशासन में नहीं दिखा। यही टेस्ट का क्रिकेट का असली चैलेंज है।
सबसे अहम है परिस्थितियों का सम्मान करना
पिछले दौरे के मुकाबले इस बार ऑस्ट्रेलिया केपिच ज्यादा तेज और बौंसी है तो इसलिए यहां अलग-अलग तरह रवैये की जरूरत है। लेकिन अलग-अलग परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करना है असली खेल है ।विराट कोहली ने अब मेलबर्न टेस्ट और सिडनी टेस्ट के लिए अपनी रणनीति बताई। उन्होंने कहा, ‘अब रणनीति है कि क्रीज पर जाकर अपनी नजरें सेट की जाएं। ज्यादा से ज्यादा गेंद खेली जाएं और उसके बाद अपने खेल को आगे बढ़ाया जाए. सबसे अहम है परिस्थितियों का सम्मान करना।