जीवन में व्यक्ति आगे बढ़ता है तो उसकी सफलता के नियम कहीं ना कहीं बचपन में रखी जा चुकी होती है। अक्सर वही बच्चे बड़ी होकर भीड़ से आगे बढ़ते हैं जिन्हें बचपन से ही सफलता का पाठ पढ़ाया जाता है दृढ़ निश्चय बनाया जाता है कभी हार ना मानने काजज्बा उनमे होता है और गिरकर भी जो खड़े होना हो और दौड़ना जानते हैं। माता-पिता की हमेशा यह कोशिश होती है कि वह अपने बच्चों को न सिर्फ सफल बल्कि एक अच्छा इंसान भी बनाते हैं। यहां देखिए कुछ ऐसे पेरेंट्स जो बच्चे को आगे बढ़ाने की मदद करते है और उसे बेहतर इंसानबनाते हैं बच्चों को सफल बनाने वाले पेरेंटिंग टिप्स।
क्रिएटिविटी को बढ़ावा देना
इंसान की क्रिएटिविटी है उसे बाकी सभी से अलग बनाती हैं। अगर आपका बच्चा किसी काम में निपुण है उसमें जिज्ञासा है और वह कुछ ना कुछ नया करना पसंद करता है तो क्रिएटिविटी को आगे बढ़ाये। बच्चों की क्रिएटिविटी से प्रॉब्लम सॉल्विंग और आउट ऑफ द बॉक्स sochne वाला बनाती है।
इमोशनल इंटेलिजेंस सीखना
जो लोग अपने इमोशंस पर काबू करना सीख लेते हैं वह खुद को सफल ही नहीं बल्कि खुश भी पाते हैं। वहीं जिन लोगों में रिलेशनशिप बिल्ड करने की आदत होती है। दूसरों की प्रति सद्भावना होती है और जो अपने इमोशंस पर कंट्रोल कर सकते हैं। बिना रुके आगे बढ़ते हैं। बच्चे किसी से ईर्ष्या ना करें और ना ही अपने गुस्से की को खुद पर हावी करें। यह भी इमोशनल इंटेलिजेंस से ही सीख सकते हैं।
सिखाये मैनेजमेंट स्किल्स
किस काम को पहले करना चाहिए ,किस काम को बाद में करना है क्या काम नहीं करना ह। किस काम को करने में कितना समय देना है और समय को किस तरह बांटना है। यह सभी बच्चे में टाइम मैनेजमेंट से ही आता है। इसलिए बच्चों को टाइम मैनेजमेंट सिखाना जरूरी होता है और यह आदतों में बचपन से ही डाली जानी चाहिए।
खुद के फैसला लेना सीखना
जायज तौर पेरेंट्स यही चाहते हैं कि उनका बच्चा हमेशा उसी राह को चुने जो उसके लिए सही हो और इसलिए बच्चों के फैसले में खुद लेना ज्यादा सही समझते हैं। लेकिन बच्चा जब तक खुद के फैसले लेना नहीं सीखेगा तब तक वह खुद कभी खुद सही और गलत को नहीं समझ पाएगा। बच्चा खुद अपने काम कर सकेगा। खुद अपनी मुश्किलों को हल ढूंढ सकेगा और खुद किसी काम को करने के लिए कदम उठा सके। यह उसके लिए अपने फैसले के लिए स्वतंत्र छोड़कर ही हो पाएगा।