टॉन्सिलिटिस मानसून में होने वाली एक आम बीमारी है।जो टॉन्सिल में सूजन आने पर होती है। इस कारण से गले में जटिल दर्द महसूस होता और बोलने में मुंह चलाने में परेशानी होती है। टॉन्सिल में सूजन की समस्या बैक्टीरिया वायरस से संक्रमित होने के कारण देश गंभीर मामलों के लिए एंटीबायोटिक उपचार का सहारा लिया जाता है आपकी हालांकि आप इन खाध पदार्थों को डाइट में शामिल करके भी टॉन्सिल का इलाज कर सकते हैं।
हर्बल चाय
मानसून के दौरान आपको रोजाना सुबह और शाम एक हर्बल चाय जरू पीनी चाहिए। इनमे एंटीइंफ्लेमेन्ट्री गुण मौजूद होते हैं जो संक्रमण को शांत करने में मदद कर सकते हैं। हर्बल चाय को खान-पान में जोड़ने से टॉन्सिल की सूजन कम होती है और गले के दर्द से भी राहत मिलती है । हां बरसात के दिनों में कैमोमाइल चाय , पुदीने की चाय, गुड़हल की चाय और अदरक की चाय जैसी हर्बल चाय पी सकते हैं।
शहद और नींबू
गले की खराश को शांत करने और संक्रमण से लड़ने के लिए आवश्यक और नींबू का सेवन कर सकते हैं।शहद भी प्राकृतिक सूजनरोधी गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं । नींबू के रस में विटामिन सी मौजूद होता है जो इम्युनिटी को मजबूत कर सकते हैं। 1 गिलास गर्म पानी में एक बड़ा चम्मच शहद में आधे नींबू का रस मिलाकर धीरे-धीरे घुट घुट करके पानी पीने का प्रयास करें।
अदरक
अदरक भारतीय खान-पान में इस्तेमाल में होने वाली एक बेहद लोकप्रिय सब्जी है।इसके सूजन लोधी गुण लगातार आने वाली खांसी और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से आपके टॉन्सिल के दर्द से राहत मिल सकती है साथ इसके जरिये टॉन्सिल की सूजन को भी कम कर सकते हैं।
नमक का पानी
टॉन्सिलाइटिस के लिए सबसे सरल और प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है। नमक के पानी से गरारे करना नमक का पानी गले में आने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है साथ ही इसमें हल्के एंटीसेप्टिक एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं जो बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण से लड़ने में सहायता करते हैं। बस एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमकमिलाये और दिन में कई बारधीरे-धीरे गरारे करे।