सभी कार मालिकों को कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक होता है और सर्दियों के मौसम में ड्राइविंग के दौरान जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में लोग खराब हेडलाइट कार्य क्षमता से निपटने के लिए led और फोग लैंप्स का उपयोग करते हैं। आज आप जानेंगे कि फॉग लाइट और हेडलैंप्स का यूज कैसे कर सकते हैं।
फॉग लाइट्स और ड्राइविंग लैंप में अंतर क्या है
फॉग लाइट और ड्राइविंग लैंप के बीच अंतर यह है कि पहले ही वाले आम तौर पर फैक्ट्री फिटेड व्हीकल होते हैं जबकि बाद वाले आफ्टर मार्केट एडिशन होते हैं जिन्हें ड्राइवर अपनी आवश्यकताओं के आधार पर स्थापित कर सकते हैं।
आइये इन दोनों के बारे में जान लेते हैं।
फॉग लाइट्स
जैसा ही नाम से ही पता चलता है इन लाइट्स का उपयोग कोहरे या कम विजिबिलिटी विजिबिलिटी वाली स्थिति में किया जा सकता है। इन्हें विशेष रूप से इन स्थितियों में काम करने के लिए डिजाइन किया गया है जिससे आगे की सड़क को स्पष्ट रूप से देखा जा सके। आपको बता दे की कुछ जगहों पर कानूनी तौर पर फॉग लाइट का उपयोग केवल कम दर्शिता वाली स्थिति में ही कर सकते हैं।नहीं तो आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
दिन के दौरान या अच्छी विजिबिलिटी में रात में फॉग लाइट का उपयोग करना खतरनाक है। क्योंकि आने वाले ट्रैफिक को चकाचोंध कर सकता है। इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप उनका उपयोग केवल तभी करें। जब बिल्कुल आवश्यक को उचित परिस्थितियों में ।
ड्राइविंग लैंप्स
ड्राइविंग लैंप अतिरिक्त लाइटे हैं जिन्हेंआप विभिन्न प्रकार की आफ्टर मार्केट कंपनियों से खरीद सकते हैं। यह आम तौर पर उन ड्राइवर द्वारा लगाई जाती है जो नियमित रूप से रात में यात्रा करते हैं या दूर दराज़ इलाको में गाड़ी चलाते हैं। हाई बीम लाइट की तुलना में ड्राइविंग लेम्प्स लाइट को दूर तक प्रोजेक्ट करते हैं। ड्राइविंग लैंप को लगवाने से पहले यह जांच लें कि उसको लेकर आपके राज्य में क्या नियम है।