किसानो की कमाई दुगुना करने के लिए PM -KUSUM योजना का सरकार ने क्या संचालन ,यहां जाने कैसे

Saroj kanwar
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भारत ज्यादातर लोग कृषि पर निर्भर रहती हैं । वहीं खाद्य क्रांति में क्रांति लाने के लिए मॉडर्न इक्विपमेंट की आवश्यकता होती है। सोलर एनर्जी का उपयोग करके किसान अपने कृषि के इक्विपमेंट को चला सकते और अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ा सकते हैं। सोलर पैनल से फैसले उगाई जा सकती हैं। जिससे कृषि उपज में बढ़ोतरी होती है। किसान सोलर पैनल द्वारा नेट की गई सर प्लस बिजली को डिस्काउंट को भेज सकते हैं जिससे उन्हें एडिशनल इनकम का सोर्स मिल सकता है। सरकार सोलर प्लांट की इंस्टॉलेशन को प्रोत्साहित करने के लिए सब्सिडी योजनाएं ऑफर करती है जिससे किसानों के लिए कई फायदे हो जाता है।

पीएम कुसुम योजना के माध्यम से किसानों को सोलर पंप इंस्टॉल करने के लिए सब्सिडी प्रोवाइड करती है

केंद्र सरकार पीएम कुसुम योजना के माध्यम से किसानों को सोलर पंप इंस्टॉल करने के लिए सब्सिडी प्रोवाइड करती है। राज्य सरकार भी फाइनेंशियल असिस्टेंट ऑफर करती है जिससे कम कीमत पर सोलर प्लांट इंस्टॉल करना संभव हो जाता है। किसान सोलर पैनल के लिए अपनी जमीन को लीज पर दे सकते हैं और साथ ही उनके साथ नीचे फसल भी ऊगा सकते हैं जिससे उनकी इकोनामी बढ़ सकती है।

किसान 2 hp से लेकर 5 एचपी तक के सोलर पंप लगाने के लिए 90% तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य प्रदूषण को कम करना और किसानों के लिए एनर्जी कॉस्ट को कम करना है। सोलर पैनल लगाकर किसान प्रोड्यूस की गई बिजली और अपनी जमीन के पट्टे रखकर कमाई कर सकते हैं। सरकार ने सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट में शामिल करने से इंस्टिट्यूट के लिए प्रति मेगावाट एक करोड़ से 5 लाख तक की मिनिमम नेटवर्थ मैंडेट कर दी है।

किसान पीएम कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन कर सकते हैं

कृषि में इरिगेशन काफी महत्वपूर्ण पार्ट है और किसान हमेशा से फॉसिल फ्यूल से चलने वाली पंप पर निर्भर है जो महंगे है और प्रदूषण करते हैं । पीएम को समायोजन सोलर पंपों के उपयोग को बढ़ावा देकर इस मुद्दे को संबोधित करती है जो प्रदूषण और एनर्जी कास्ट को काफी कम करता है। किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए पर्याप्त सब्सिडी मिल सकती है जिससे न केवल एनर्जी एक्सपेंस में कमी आएगी बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। इस योजना का उद्देश्य देश में भारत की 3.6 मिलियन किसानों को लाभ पहुंचाना है और उनकी प्रोडक्टिविटी और सस्टेनेबिलिटी बढ़ानी है।

किसान पीएम कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन कर सकते हैं

किसान पीएम कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन कर सकते हैं। हमें सोलर प्लांट लगाने के लिए अपनी जमीन को लीज पर भी दे सकते हैं जिससे उनके पास प्रक्रिया के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट है सोलर प्लांट लगाने के बाद किसानों को काफी फाइनेंशियल बेनिफिट मिलता है । इसके लिए किसानों को डिस्काउंट से रजिस्टर्ड वेंडर से सोलर उपकरण खरीदना चाहिए। इंस्टालेशन से पहले फेसबिलिटी टेस्टिंग किया जाता है।

सोलर प्लांट प्रदूषण मुक्त एनर्जी प्रोडक्शन ऑफर करते हैं

उसके बाद प्रोड्यूसर कंज्यूम की गई। बिजली की कैलकुलेशन करने के लिए नेट मीटरिंग सिस्टम को इंटीग्रेटेड किया जाता है। सोलर प्लांट प्रदूषण मुक्त एनर्जी प्रोडक्शन ऑफर करते हैं। कार्बन फुटप्रिंट को कम करते हैं इसे फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम होती है। बिजली की बिल कम करते हैं यह योजना में केवल किसानों को अपनी जमीन से लाभ कमाने मदद करती है बल्कि पर्यावरण बचाने मेंभी योगदान देता है।

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