हरियाणा सरकार को ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ‘ का उद्देश्य राज्य के गरीब परिवार की वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक यात्राओं का अवसर प्रदान करना है। इस योजना के तहत पात्र बुजुर्गों को सरकारी खर्च पर प्रयागराज में महाकुंभ तीर्थ ले जाया जाएगा।
महाकुंभ दर्शन का अवसर
सरकार प्रत्येक जिले से उन वरिष्ठ नागरिको को चुनेगी जो योजना के तहत पात्र है और उन्हें महाकुम्भ तीर्थ दर्शन का अवसर प्रदान किया जाएगा। यह योजना ने केवल धार्मिक आस्था को प्रोत्साहन देती है , बल्कि उन गरीब परिवारों की बुजुर्गों को सम्मान देने का प्रयास है जो आर्थिक कारण से तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते हैं।
100 दिनों की उपलब्धि
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ में प्रशासनिक सचिवों की बैठक के दौरान , राज्य सरकार की 100 दिनों की उपलब्धियां पर चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की की मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत गरीब परिवारों की बुजुर्गों को सरकारी खर्च पर प्रयागराज के महाकुंभ तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। योजना के तहत प्रत्येक जिले से पात्र वरिष्ठ नागरिकों को महाकुंभ दर्शन के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए पात्रता की शर्त 60 वर्ष से अधिक की आयु निर्धारित की गई है।
इस योजना के अंतर्गत राज्य पहले राज्य सरकार ने पत्र बुजुर्गों का अयोध्या में रामलला के दर्शन करवाने की व्यवस्था की थी
उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत राज्य पहले राज्य सरकार ने पत्र बुजुर्गों का अयोध्या में रामलला के दर्शन करवाने की व्यवस्था की थी यह योजना बुजुर्गों की धार्मिक आस्था को प्रोत्साहन देने और उन्हें सम्मान देने की दिशा में राज्य सरकार का एक सराहनीय कदम है। हरियाणा सरकार ने ने ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ का दायरा और अधिक बढ़ा दिया है। आवास योजना की तहत गरीब परिवारों की बुजुर्गों का अयोध्या ,माता वैष्णो देवी के साथ-साथ प्रयागराज में चल रही महाकुंभ के दर्शन भी करवाएगी। यह कदम राज्य सरकार द्वारा बुजुर्गों की धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करने और उन्हें सुविधा प्रदान करने की दिशा में उठाया गया एक और महत्वपूर्ण कदम हैं।
यह बैठक न केवल सरकार की पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाने की दिशा में उठाया गया कदम है, बल्कि राज्य में जनहित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन का भी प्रमाण है।