गेहूं की कटाई के बाद खेत खाली हो जाएंगे। ऐसे में कई किसान खाली खेत में मूंग की खेती करके अतिरिक्त आय प्राप्त करते हैं। ऐसे मूंग की बुवाई के लिए हैप्पी सीडर मशीन काफी फायदेमंद होती है। हैप्पी सीडर की सहायता से किसान बिना जुटे हुए खेत में मूंग की खेती आसानी से कर सकते हैं। किसान हार्वेस्टर से गेहूं की कटाई के बाद सीधे हैपी सीडर मशीन से उनकी बुवाई कर सकते हैं। हैपी सीडर मशीन से बुआई करने पर खेत की जुताई करने की आवश्यकता नहीं होती। खास बात यह है कि हैप्पी सीडर की खरीद पर सरकार की ओर से 80% अधिकतम 120000 की सब्सिडी दी जा रही है। किसान सरकार की ओर से चलाई जा रही कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत हैप्पी सीडर की खरीददारी करके सरकारी सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
कृषि यंत्र अनुदान योजना को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से चलाया जा रहा है
कृषि यंत्र अनुदान योजना को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से चलाया जा रहा है। यूपी में बिहार में यह योजना कृषि यंत्रीकरण योजना के नाम से संचालित है वही एमपी में से ई -कृषि यंत्र अनुदान योजना का नाम से जाना जाता है। इस तरह अलग-अलग राज्यों में इस योजना के तहत किसानों को सब्सिडी पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाते हैं। बता दे कि राज्य सरकार की ओर से हैप्पी सीडर की खरीद के किसानों को सब्सिडीका लाभ प्रदान किया जा रहा है। राज्य के जो किसान इस योजना के तहत आवेदन करके हैप्पी सीडर की खरीद पर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। राज्य के किसानों को 9 से 11 टाईन की कैपेसिटी की लागत पर अधिकतम 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इसमें अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति अत्यंत पिछड़ा वर्ग के किसानों का 80% अधिकतम 120000 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं सामान्य वर्ग के किसानों को हैप्पी सीडर की लागत का 75% या अधिकतम 1,10,000 रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
शुरूआती कीमत 1.58 लाख से शुरू होकर 2.53 लाख रुपए तक है
हैप्पी सीडर की शुरूआती कीमत 1.58 लाख से शुरू होकर 2.53 लाख रुपए तक है। बाजार में अलग-अलग कंपनी की हैप्पी सीडर मशीन आती है। हैप्पी सीडर की फीचर्स और इसके स्पेसिफिकेशंस के हिसाब से इनकी कीमत अलग-अलग हो सकती है। बाजार में कई कंपनी की हैप्पी सीडर उपलब्ध है। लेकिन उनमें से किसानों के बीच दशमेश 610 हैप्पी सीडर ,जगजीत सिंह हैप्पी सिंगरसीडर और मलकीत हैप्पी सीडर जैसे नाम अधिक लोकप्रिय है।बता दें की जो भी किसान सब्सिडी पर हैप्पी सीडर खरीदना चाहता है उन्हें कृषि विभाग द्वारा चिन्हित कंपनी से ही हैप्पी सीडर की खरीद करनी होगी। तभी उन्हें अनुदान का लाभ दिया जाएगा। कृषि विभाग द्वारा अधिसूचित किए गए हैप्पी सीडर की सूची आप विभाग की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।
सब्सिडी के लिए प्राप्त योग्य आवेदन में से ऑनलाइन लॉटरी निकाली जाएगी
कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए प्राप्त योग्य आवेदन में से ऑनलाइन लॉटरी निकाली जाएगी। लॉटरी में चयनित किये गए किसानों को लॉटरी की तिथि को ही परमिट जारी किया जाएगा जिसकी वैधता से 21 दिन की होगी। कृषि यंत्र खरीदने के लिए बिहार राज्य के इच्छुक प्रगतिशील किसान , जीविका समूह ,ग्राम संगठन और क्लस्टर फेडरेशन अपनी सुविधा अनुसार कही से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। योजना के तहत सभी प्रकार की कृषि यंत्रों के लिए किसी कृषि यंत्र की कीमत से अनुदान की राशि घटाकर शेष राशि का भुगतान करके संबंधित विक्रेता से कृषि यंत्र की खरीद कर सकेंगे। वहीं अनुदान की राशि को संबंधित कृषि यंत्र निर्माता के खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
हैप्पी सीडर के लिए आवेदन हेतु किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
हैप्पी सीडर की खरीद पर सब्सिडी के लिए आवेदन करते समय किसानों को अपना आधार कार्ड , पैन कार्ड ,बैंक पासबुक की कॉपी ,जमीन के कागज ,आय प्रमाण पत्र ,निवास प्रमाण पत्र ,मोबाइल नंबर जो आधार से अटैच हो आदि अधिक दस्तावेजों की जरूरत होगी।
अनुदान पर कृषि यंत्र एवं कस्टम हायरिंग केंद्र और कृषि यंत्र बैंक लेने के इच्छुक किसानों को कृषि यंत्रीकरण सॉफ्टवेयर OFMAS पर आवेदन करने से पहले कृषि विभाग बिहार की डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना जरूरी होगा। बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के OFMAS में आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद किसानों को कृषि विभाग की (www.farmech.bih.nic.in) वेबसाइट पर आवेदन करना होगा। इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन के संबंध में अधिक जानकारी हेतु किसान अपने प्रखंड कृषि अधिकारी या सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) अथवा जिला कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।