किसानो की आर्थिक मदद करने के लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है जिससे उनकी खेती किसानी में मदद हो सके जिसमें आजकल जैविक को केंद्र और राज्य सरकार प्रोत्साहित कर रही है। जैविक खेती में किसानों को कई फायदे हैं इसके सेवन से शरीर को भी फायदा है। इसलिए सरकार चाहती है कि ज्यादा से ज्यादा किसान सिर्फ जैविक खेती करें। इसमें जैविक खेती करने वाले किसानों को सरकार एक लाख का इनाम दे रही है। लेकिन यहां कुछ शर्ते हैं चलिए जानते हैं इन शर्तोके बारे में।
इन किसानों को होगा चयन
जैविक खेती करने वाले उन किसानों का चयन होगा जो कुछ मापदंड के भीतर आते हो। जैसे नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानें-
वर्मी कपोस्ट ईकाई निर्माण के साथ उसका इस्तेमाल
सरकारी या निजी प्रमाणीकरण
जैविक विधि से खेती और बीज उपचार
जैव खाद जैसे- वर्मी, हरी खाद, आदि का इस्तेमाल
जैविक खेती से संबंधित साहित्य तैयार करने वाले
जैविक उत्पाद व इनका निर्यात
जिला व उपजिला स्तर पर अवार्ड जिन्हे मिला हो
जैविक गतिविधि नवाचार
जैविक विधियों का परीक्षण
कृषक ट्रेनिंग
कीटनाशी अवशेष परीक्षण
मृदा परीक्षण की रिपोर्ट
जैविक उत्पाद का जैविक विधि से भंडारण
कृषि द्वारा राज्य या अंतरराज्य भ्रमण
जैविक कृषि रूचि समूह
कृषि संबंधित साहित्य व पत्र-पत्रिकाओं
जैविक किसान मेला या गोष्ठी में सहभागिता आदि।
इस तरह से आप समझ गए कि किसान जो जैविक कृषि व उद्यानिकी फसलों का उत्पादन कर रहे हैं, उन्हें लाभ मिलेगा। उनका प्राथमिकता चयन होगा पुरस्कार देने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति का गठन कर व कृषि अधिकारियों को लेकर के सत्यापित करके प्रविष्टि आगे दी जाएगी। इसके बाद किसानों की खेती से जुड़ी फोटोग्राफ़ी व पेन ड्राइव मिलेंगे।
ऐसे मिलेगा लाभ
अगर किसानों पर बताइए तो उन्हें लाभ मिलेगा जिसमें राज्य सरकार के लिए तीन कृषकों का चयन किया जाएगा लाभ लेने के लिए किसानों को ऑफलाइन आवेदन करना होगा यानी कि कृषि विभाग में जाकर अधिकारियों से संपर्क करना होगा बता दे की ब्यावर क्षेत्र के मसूद और जो आज ब्लॉक में जैविक खेती हो रही है और वह कृषि विभाग द्वारा ऑफलाइन आवेदन मांगे गए हैं इसमें किसानों के 30 दिसंबर से पहले हिस्सा लेना होगा और आवेदन कर केवललाभ उठा सकते हैं।