तिरुपति मंदिर के प्रसाद में नकली घी वाले विवाद के बाद लोगों में घी मिलावट की चर्चा जोर पकड़ लिया। बाजार में मिलने वाले घी में मिलावट की समस्या आम है। घी में वनस्पति तेल से लेकर तरह तरह के केमिकल्स की मिलावट की जाती है। मिलावटी घी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसके साथ ही मिलवाती घी से आस्था को कभी धक्का पहुंचाने का खतरा रहता है।
आमतौर पर घी का बहुत ज्यादा उपयोग पूजा और प्रसाद तैयार करने के लिए किया जाता है।यहां जानते हैं घी मैं किन चीजों की मिलावट की जाती है। उसे शुद्ध घी की जांच कैसे करें।
घी में होती है इन चीजों की मिलावट
आमतौर पर बाजार में मिलने वाले घी में कुछ चीजों के मिलावट की जाती है या वनस्पति तेल में नकली महक डालकर उसे घी के रूप में बेचा जाता है। घी में वनस्पति तेल की मिलावट सबसे आम है। विभिन्न तरह के केमिकल घी में मिलाकर उसमें घी महक डालकर नकली घी तैयार किया जाता है। हाल ही में आ रही खबरों में में घी एनिमल फैट की मिलावट की बात सामने आई है।
घी खरीदते समय रखे इन बातो का ध्यान
सबसे अच्छा है कि घर में खुद घी तैयार किया जाये अगर घी बाजार से खरीद रहे है तो हमेशा विश्वशनीय दुकानों से ही खरीदें। लेबल को ध्यान से पढ़े उसमें कुछ भी संदेहजनक होने पर उसको ना खरीदें । हमेशा FSSAI अपूर्व घी ही खरीदें।
नकली घी की पहचान
नकली घी की पहचानने के लिए महक से उसे जांचे। घर में तैयार शुद्ध घी को महक से पहचाने और बाजार से खरीदते समय उसे सूंघकर जांचे। शुद्ध देशी घी ठंडा होने पर दानेदार हो जाता है। शुद्ध घी का स्मोकिंग पॉइंट ज्यादा होता है। घी मैं स्टार्च मिला होने पर जांचने के लिए एक चम्मच घी पर पर दो बूंद आयोडीन डालें पर दो बूंद आयोडीन डालें. अगर मिलावट होगी तो घी का रंग बदल जाएगा।