कोरोना के बाद एक संक्रामक और बीमारी अपने पांव पसारती हुयी दिख रही है। मंकी पॉक्स नाम की बीमारी का एक मरीज पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में मिलने के बाद भारत में भी इसको लेकर सतर्कता बढ़ गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सवाई अड्डों के साथ सभी हवाई अड्डों के साथ-साथ बांग्लादेश और पाकिस्तान की सीमाओं के पास मौजूद बंदरगाहों के अधिकारियों को’ मंकिपॉक्स’ के चलते अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की प्रति सतर्क रहने को कहा है।
‘मंकिपॉक्स’ को लेकर देश की तैयारी की समीक्षा की गई
मंत्रालय ने मंकिपॉक्स से पीड़ित किसी भी रोगी के आइसोलेशन ,देखरेख और इलाज के लिए दिल्ली में तीन केंद्रीय संचालित अस्पतालों को नोडल केंद्र बनाया है। सभी राज्य सरकारों को अपने यहां से चिन्हित अस्पतालों की पहचान करने को कहा गया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने रविवार को इस सिलसिले में एक हाई लेवल बैठक की अध्यक्षता की जिसमें तुरंत पहचान के लिए निगरानी बढ़ाई जाने के बीच ‘मंकिपॉक्स’ को लेकर देश की तैयारी की समीक्षा की गई।
लक्षण
मंकी पॉक्स एक संक्रामक बीमारी है जो चुंहो और अन्य जानवरों से इंसानों में फैलती है । संक्रमित व्यक्ति के घाव ,खांसने ,छींकने से निकलने वालीड्रॉपलेट्ल या
या अन्य तरल पदार्थ के संपर्क में आने से भी एक दूसरे के व्यक्ति में इंफेक्शन हो सकता है। बुखार ,सिर दर्द ,मसल्स में दर्द ,,सूजी हुयी लसिका ग्रंथि और त्वचा पर चकत्ते शुरुआती लक्षण है।
ज्यादातर मामलों में बीमारी खुद ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर हो सकता है । अगर आपको मंकिपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें और खुद को दूसरों से अलग करके मास्क पहने। संक्रमित व्यक्ति के कपड़े , बिस्तर और अन्य सामान अलग रखें। विश्व स्वास्थ्य संगठन मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित साबित कर चुका है। तमिलनाडु की सरकार ने एयरपोर्ट और पोर्ट हेल्थ अधिकारियों को इसके चलते अलर्ट पर रख दिया। यात्रियों की जांच स्क्रीनिंग भी की जा रही है। खासकर उन लोगों की जिनका हाल ही में अफ्रीका या अन्य देशों से आना हुआ है।