कार खरीदते वक्त हे व्यक्ति को इसके माइलेज के बारे में पहले जानकारी जरुर हासिल करता है। कार की माइलेज ही ग्राहकों और डिजाइन और कीमत के बाद आकर्षित करती है। कार की माइलेज का बढ़िया होना ही कार चालक के लिए सही रहता है। खासकर उनके लिए जो कि रोज ऑफिस जाने के लिए अपनी कर का इस्तेमाल करते हैं। बता दे यह कार की माइलेज इसको बढ़ाने के लिए गाड़ी की स्पीड और गियर सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। गाड़ी की स्पीड को इसकी माइलेज पर बहुत असर पड़ता है। अधिकतर लोगों का मानना है की गाड़ी को धीमी चलने से ज्यादा माइलेज मिलती है जबकि ज्यादा स्पीड में माइलेज तेजी से गिरता है। लेकिन पूरा सच गाड़ी का माइलेज उसकी स्पीड और गियर के तालमेल पर निर्भर करता है। अगर आप अपनी गाड़ी की कम माइलेज से परेशान है तो हम आपसे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले लिए बताते हैं।
माइलेज के लिए जान ले क्या करे
कार चालक को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इंजन का आरपीएम 1500 से 2000 के बीच रहे और और इसका पता आप केबिन में डैशबोर्ड पर लगे आरपीएम मीटर से कर सकते है। आपको इस इंजन पर पढ़ने वाले प्रेशर की जानकारी मिलती है यानी कि अधिकतर आरपीएम पर इंजन का अधिक काम करना पड़ेगा। अब ये स्वाभाविक सी बात है कि शहर के अंदर ड्राइव करने पर गाड़ी पिकअप माइलेज मिलता है। इसलिए गाड़ी को शहर में ड्राइविंग के दौरान सेकंड गियरघर में चलाना ज्यादा फायदेमंद होता है। इससे आपके ईंधन की बचत होग।
स्पीड के अनुसार गियर का इस्तेमाल
कार की स्पीड के अनुसार अगर सही गियर की बात की करें तो आपको0 से 20 किलोमीटर की स्पीड पर फर्स्ट गियर 20 से 30 किलोमीटर की स्पीड पर सेकंड गियर 30 से 50 किलोमीटर की स्पीड ,थर्ड गियर 50 से 70 किलोमीटर की स्पीड पर ,4th गियर70 किलोमीटर की स्पीड 5th गियर 5th गियर और यदि 6th गियर है तो आप 100 किमी. तक की स्पीड पर जा सकते हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
कार की माइलेज को बढ़ाने के बारे में एक्सपर्ट्स ने भी अपनी राय दी है। ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट्स के अनुसार 70 से 100 किलोमीटर प्रति लीटर की स्पीड गाड़ी अपना सबसे बेहतरीन माइलेज देती है। लेकिन शर्त ये है कि इतनी स्पीड पर गाड़ी का टॉप गियर में होना आवश्यक है। लेकिन ऐसा कर पाना शहर की ट्रैफिक में बहुत मुश्किल होता है।
कार की स्पीड अगर कम होने पर कार कम माइलेज दे तो बहुत से लोग इससे हैरान रह जाते है। क्योंकि जब आप टॉप गियर में कम गति से गाड़ी चलाते हैं तो इंजन को अधिक मेहनत करनी पड़ती है जिससे फ्यूल की खपत ज्यादा होती है इससे माइलेज कम होता है जबकि निचले गियर में अधिक स्पीड की कारण भी इंजन पर ज्यादा दबाव पड़ता है जिससे माइलेज कम हो जाता है।