Delhi Schools Reopen :दिल्ली में स्कूलों की छुट्टियां हुई खत्म, 1 जुलाई से फिर स्कूलों में लौटी रौनक

Saroj kanwar
3 Min Read

Delhi Schools Reopen: राजधानी के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश समाप्त हो गया है और मंगलवार से सभी स्कूलों में फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है। सुबह-सुबह जैसे ही स्कूल खुले, बच्चों की चहक, अभिभावकों की हलचल और शिक्षकों की तैयारी ने परिसर को फिर से जीवंत कर दिया।

बच्चों का तिलक कर हुआ भव्य स्वागत

छात्रों के लिए स्कूल में पहले दिन का माहौल उत्सव जैसा रहा। अधिकांश स्कूलों में बच्चों का रोली और चंदन से तिलक कर स्वागत किया गया। छोटे बच्चों की कक्षाएं फूलों, रंगोली और गुब्बारों से सजाई गईं ताकि वे पढ़ाई के पहले दिन को खास महसूस कर सकें। शिक्षकों और स्टाफ ने बच्चों को मुस्कान और गर्मजोशी से स्वागत किया।

शैक्षणिक सत्र 2025-26 की औपचारिक शुरुआत

मंगलवार से राजधानी के सभी स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र 2025-26 शुरू हो गया है। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि सभी कक्षाएं अब नियमित रूप से चलेंगी। कक्षा शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे छात्रों की पुनरावृत्ति कक्षाएं, प्रोजेक्ट असाइनमेंट और सह-शैक्षणिक गतिविधियों की रूपरेखा तैयार करें।

स्कूल खुलने से पहले की गई तैयारियां

सोमवार को स्कूलों ने पूरी तैयारी के साथ कर्मचारियों को बुलाया। स्कूल भवनों की सफाई, पेयजल व्यवस्था, शौचालयों की स्वच्छता, और कक्षा कक्षों को सुव्यवस्थित किया गया। गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए कुछ स्कूलों ने पंखों, कूलरों और जल आपूर्ति व्यवस्था की विशेष जांच भी की।

50 दिन बाद स्कूलों में बच्चों की वापसी

राजधानी दिल्ली में ग्रीष्मकालीन अवकाश 11 मई से 30 जून तक चला, यानी बच्चों को लगभग 50 दिनों का ब्रेक मिला। शिक्षकों के अनुसार इस दौरान कुछ छात्रों को गर्मियों का होमवर्क, प्रोजेक्ट्स और सृजनात्मक कार्य दिए गए थे, जिनकी जांच और मूल्यांकन अब शुरू होगा।

फिर से शुरू होंगी सह-शैक्षणिक गतिविधियां

छात्रों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ अब खेल, कला, संगीत, योग और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शुरू कर दिए जाएंगे। स्कूलों में हाउस एक्टिविटीज, डिबेट्स, ड्राइंग-कॉम्पिटिशन जैसी गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इससे बच्चों को समग्र विकास का अवसर मिलेगा।

अभिभावकों में भी दिखी सक्रियता

छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों में भी उत्साह देखने को मिला। कई जगहों पर स्कूलों में अभिभावक-संग स्वागत कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं, कुछ स्कूलों में पीटीएम की तैयारी भी शुरू कर दी गई है ताकि अभिभावकों को सत्र की योजनाएं स्पष्ट रूप से समझाई जा सकें।

नई उम्मीदों के साथ एक नई शुरुआत

छुट्टियों के बाद का पहला दिन नई उम्मीदों, ऊर्जा और प्रेरणा से भरा रहा। शिक्षकों और छात्रों दोनों ने नए सत्र को उत्साह से अपनाया। स्कूलों में सुरक्षा, स्वच्छता और शिक्षा के स्तर को बनाए रखने के लिए प्रबंधन ने सख्त निर्देश जारी किए हैं।

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *