इस साल कहीं सूखा तो कहीं अधिक बारिश व ओलावृष्टि की मार से किसानो की फसलों को नुकसान पहुंचा है। इससे किसानो की आजीविका प्रभावित हुई। इस आजीविक के नुकशान की भरपाई के नुकसान के लिए सरकार की ओर से नुकसान मुआवजा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में राज्य में सूखा होने की वजह से किसानों को हुए नुकशान की भरपाई के लिए ये मुआवजा दिया जा रहा है। इस फसल मुआवजे के तहत करीब 16 लाख किसान परिवारों को तीन-तीन हजार रुपए दिए जाएंगे। यह पैसा सीधा उनके खाते में ट्रांसफर होगा। दरअसल राज्य के राजस्व मंत्री कृष्णा कृष्णा बायरे गौड़ा ने किसानोंकी सहायता करने के लिए एक बड़ी घोषणा की।
राज्य के करीब 16 लाख किसान परिवारों को ₹3000 का भुगतान किया जाएगा
उन्होंने कहा कि राज्य के करीब 16 लाख किसान परिवारों को ₹3000 का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिजली गिरने से होने वाले जान -माल के नुकसान को रोकने के उपाय तैयार किए हैं। उनके मुताबिक ,सूखे के कारण किसानों को आजीविका के नुकसान की भरपाई के लिए प्रभावित किसानों को ₹3000 आर्थिक सहायता के तौर पर दिए जाने का निर्णय लिया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ,पत्रकारों से बात करते उन्होंने कहा कि इसका भुगतान फसलों किसानों को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ दोनों फंडो से किया जाएगा।
राज्य सरकार की फंड का भी उपयोग होगा इसके लिए करीब 460 करोड़ रुपए खर्च होंगे
इसके साथ राज्य सरकार की फंड का भी उपयोग होगा इसके लिए करीब 460 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सरकार ने अधिकारियों को इस पर कार्य करने की निर्देश दिए। राज्य सरकार की ओर से 240 तालुको में 223 तालिकाओं को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था इनमें से 196 को गंभीर रूप से सूखा प्रभाव माना गया। ऐसे में इन सूखा घोषित स्थान को सूखा राहत मुआवजे के रूप में करीब 4300 करोड़ रुपए खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे।
इस प्रक्रिया में 20 दिन का समय लग सकता है
मंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया में 20 दिन का समय लग सकता है इससे पहले करीब 32 लाख से अधिक किसानों के खाते में 3000 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को जाने और कानूनी लड़ाई के बाद अब तक केंद्र सरकार से करीब 3454 करोड़ रुपए सूखा राहत के लिए प्राप्त हुए। इस राशि को राज्य सरकार ने पिछले सोमवार से किसानों की बैंक खाते में जमा करना शुरू कर दिया। अब तक करीब 32 पॉइंट 12 लाख किसानो के खाते में राहत राशि भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी किस्त मिलाकर अब तक किसानों की बैंक खाते में डीबीटी के जरिए 3000 करोड़ रुपए जमा किए जा चुके हैं। लेकिन अभी भी करीब 1.5 लाख किसानों के खाते में मुआवजा राशि की दूसरी किस्त जमा नहीं हुई है। इसका कारण मामूली तकनीकी मुद्दों के कारण सत्यापन का अटकना है।
सत्यापन कार्य पूरा हो जाने के बाद अब 33 लाख से अधिक किसानों के खाते में सूखा राहत मुआवजे की राशि भेजी जाएगी
उन्होंने कहा सत्यापन कार्य पूरा हो जाने के बाद अब 33 लाख से अधिक किसानों के खाते में सूखा राहत मुआवजे की राशि भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक राज्य सरकार ने अभी निर्णय लिया है की वर्षा आधारित और संचित फसलों के लिए मुआवजा वितरित किया जाएगा। इनमें उनके किसानों को भी मुआवजा दिया जाएगा जो पात्र होने के बावजूद कुछ तालुकाओं की सूखा राहत सूची में शामिल नहीं थे। ऐसे करीब 3 लाख पात्र किसान है जो जिनका कुल मिलाकर 400 -500 करोड रुपए की राहत प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा की फसल मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिलों के उपायुक्त द्वारा सत्यापन होने के बाद 10 दिन के अंदर मुआवजा वितरण काकार्य किया जाएगा।