सनातन धर्म एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। हर महीने दोनों पक्षों की एकादशी तिथि के दिन में एकादशी का व्रत रखा जाता है। एकादशी के व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने और जो कुछ ज्योतिषीय उपाय व्यक्ति की किस्मत चमका देते है। हिंदू पंचांग के अनुसार ,भाद्रपद्र माह के क्रिष्पक्ष की एकादशी तिथि आज 29 अगस्त के दिन पड़ रही है ।
एकादशी तिथि को अजा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है
बता दे की भाद्रपद्र की एकादशी तिथि को अजा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय भगवान विष्णु को प्रसन्न करते हैं साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। अजा एकादशी पर भगवान विष्णु की अर्पित करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ,अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के दौरान उनकी मूर्ति स्थापित करें। इसके साथ इस बात का ध्यान रखें की इस दौरान चौकी पर पीले रंग का आसान बिछाये ,इसी की साथ ही प्रभु हरि को पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें।
शास्त्रों के अनुसार ,पूजा के दौरान विष्णु जी को हल्दी ,पीला चंदन ,अक्षत ,पीले फूल , इतर और धुप और डीप अर्पित करें। व्रत के दौरान इसे स्थापित करने से वे प्र्शन्न हो जाते हैं साथ ही भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें और भोग में भी तुलसी दल डालना ना भूले ।
विष्णु की पूजा के दौरान तुलसी दल अर्पित न करने से पूजा अधूरी मानी जाती है
मान्यता है कि भगवान विष्णु की पूजा के दौरान तुलसी दल अर्पित न करने से पूजा अधूरी मानी जाती है इसके साथ ही भगवान विष्णु को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाए जैसे बेसन के लड्डू। अजा एकादशी पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा का भी विधान है। इसके साथ ही दक्षिणावर्ती शंख में केसर में से दूध ले और उसे विष्णु जी का अभिषेक करें। इसके बाद भगवान विष्णु के मंत्रो का जाप करें। एकादशी के दिन मंत्रो का जाप करना शुभ माना गया है। एकादशी के अगले दिन द्वादशी तिथि पर अपनी क्षमता के अनुसार , ब्राह्मण को ददक्षिणा दे। इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।