भारत के ज्यादातर हिस्सों में इस समय मौसम सुहाना होता है। दिल्ली एनसीआर में शुक्रवार को धूप और बादल की लुका छुपी चलती रही। एक दिन पहले यहां की तक यहां बारिश के डोर जारी tha मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों दिल्ली एनसीआर में बादल छाए रहेंगे। कहीं की हल्की बारिश के आसार है। पूर्वोत्तर और मध्य भारत में मानसून की वापसी हो गई है। पिछले दो दिनों में कई राज्यों में भारी बारिश हुई है जिससे लोगो को गर्मी से राहत मिली है। दिल्ली में सितंबर के महीने पिछले 15 सालों में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। दिल्ली के अलावा राजस्थान ,पश्चिमी उत्तर प्रदेश ,बिहार ,मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों बड़ी-भारी बारिश हुयी है।
दिल्ली का मौसम
मौसम विभाग ने राज्यों में शनिवार को साथ भारी बारिश हो सकती है। दिल्ली में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही थी तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई । सितम्बर में दिल्ली पिछले 15 साल में ठंडी सुबह देखने को मिली है गुरुवार सुबह न्यूनतम तापमान 21 पॉइंट 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जो मौसम मौसम से औसत 4 डिग्री कम है। आईएमडीबी ने बताया की कल यानि शनिवार को दिल्ली एनसीआर में बादल छाए रहेंगे। भारी बारिश की संभावना नहीं है । हल्की हल्की बूंदी बूंदी हो सकती है।
राजस्थान में बारिश
IMD ने पूर्वानुमान लगाया की राजस्थान के जिलों में 24 घंटे में बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक , पश्चिमी भागों में ज्यादातर शुष्क मौसम रहेगा। जबकि पूर्वी भागो में भागों में बारिश का अनुमान है। पूर्वी राजस्थान में हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है। अगले कुछ दिनों तक हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। क्योंकि जैसलमेर से मध्य प्रदेश तक के पश्चिमी विक्षोभ के फैलने की संभावना है।
उड़ीसा पूर्वोत्तर भारत में बारिश के आसार
IMD ने बताया की देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश कम होने लगेगी। अगले चार-पांच दिन तक देश के किसी बड़े हिस्से भारी बारिश की कोई संकट नहीं है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में चिपूत बारिश देखने को मिलेगी। 21 सितंबर से अंडमान निकोबार में में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई। देश के बाकी हिस्सों हल्की से मध्यम बारिश हो सकती इसी विषय में 22 सितंबर तक पूर्वोत्तर भारत और उड़ीसा में भारी बारिश के आसार है। हालाँकि 23 सितंबर को एक बार फिर बारिश का दौर जारी हो सकता है। इसके पूर्वोत्तर मध्यवर्ती भारत के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ सकती है।
अगले वीकेंड तक देश के ज्यादातर हिस्से इस समय बारिश कम हो जाएगी और तापमान स्थिर रहेगी। आने वाले कई जगह पर बारिश में कमी आएगी। भारी बारिश से मिली राहत से राहत से बाढ़ प्रभावित और बारिश प्रभावित इलाकों की निवासियों को राहत मिलेगी। फिर भी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ,पूर्वोत्तर भारत और उड़ीसा के निवासियों को सावधान रहना चाहिए इस महीने के अंत में संभावित भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है।