बिना पानी पिए कोई भी नहीं रह सकता। प्यास बुझाने के लिए पानी पीना जरूरी होता है साथ ही अपने शरीर की सभी कोशिकाओं की काम करने के लिए भी जरूरी है एक्सपर्ट्स कहते हैं कि दिन भर में 3 लीटर पानी पीना चाहिए। लेकिन लोग ऐसे भी होते हैं जो हद से ज्यादा पानी का सेवन करते हैं। प्यास ना भी लगी हो तो वह भी पानी पीते हैं। जब आप हद से ज्यादा पानी पीते हैं तो इस ओवर हाइड्रेशन कहा जाता है। वेबएमडी में छपी है खबर के अनुसार ,वैसे तो प्रतिदिन कितना पानी पीना चाहिए इस बात को निर्धारित करने का कोई एक फार्मूला नहीं है। लेकिन दिन में 8 गिलास पानी पीने एक अच्छी आदत है। वैसे हर किसी को वातावरण ,एक्सरसाइज ,आहार समग्र स्वास्थ्य और गर्भावस्था और स्तनपान जैसी स्थितियों के आधार पर पानी पीने की मात्रा समायोजित करनी चाहिए।
कोशिकाओं में बहुत अधिक पानी होता है जिससे उसमें सूजन आ जाती है
वेबएमडी के अनुसार, जब आप बहुत अधिक पानी पीते हैं तो आपको वॉटर पॉइजनिंग, इन्टॉक्सिकेशन या फिर मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में व्यवधान का अनुभव हो सकता है। ऐसा तब होता है जब कोशिकाओं में बहुत अधिक पानी होता है जिससे उसमें सूजन आ जाती है जब मस्तिष्क की कोशिकाओं में सूजनआ जाती है तो यह मस्तिष्क में दबाव पैदा करती है। इस स्थिति में आपको भरम ,उनींदापन और सर दर्द हो सकता है। तो हाई प्रेशर बढ़ता है तोहाई ब्लड प्रेशर, ब्रैडीकार्डिया या कम हृदय गति जैसी स्थितियों का कारण बन सकता है। जब आप ओवर हाइड्रेशन से ग्रस्त होते हैं तो सबसे अधिक सोडियम एक इलेक्ट्रोलाइट प्रभावित होता है जिससे हाइपेनोट्रेमिया नामक स्थिति उत्पन्न होती है।
कोशिकाओं के अंदर और बहार तरल पदार्थ की संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है
सोडियम एक आवश्यक तत्व है जो कोशिकाओं के अंदर और बहार तरल पदार्थ की संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। जब शरीर में पानी की अधिक मात्रा के कारण इसका स्तर गिर जाता है तो तरल पदार्थ कोशिकाओं के अंदर चला जाता है इससे कोशिकाओं में सूजन आ जाती है। ऐसी स्थिति होने पर आपको दौरे पड़ने ,कोमा में जाना यहां तक की मौत का जोखिम भी बढ़ सकता है।
अधिक पानी पीने के बाद शरीर में नजर आने वाला लक्षण
पेशाब का रंग बदलना
जब आप अधिक पानी पीते हैं तो इस वजह से ओवर हाइड्रेशन का शिकार होते हैं तो यूरिन के रंग में बदलाव नजर आ सकता है। इसमें आपका टॉयलेट पेल येलो से लेकर टी कलर्स दिखने लगेगा। ऐसा शरीर में पानी का स्तर बढ़ने से होता है।
प्यास नहीं लगने पर भी पानी पीना
जब आपको प्यास ना लगी हो और आप बार-बार पानी पीते हैं तो यह अधिक पानी पीने के लक्षण अधिक पानी पीने से आप सभी बच सकते हैं जब अपने शरीर की जरूरत को जान जाए आपका शरीर खुद ही इशारा करता है कि आपको कब पानी पीने की जरूरत है। इस तरह से बॉडी डिहाइड्रेशन से लड़ सकता है। प्यास लगना डिहाइड्रेशन के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया है।
मितली या उल्टी होना
ओवर हाइड्रेशन होने पर आपको मितली , उल्टी आदि की समस्या हो सकती है। जब आपके शरीर में अत्यधिक में पानी होगा तो किडनी में अतिरिक्त तरल पदार्थ यानी लिक्विड को बाहर नहीं निकाल पाते हैं। इस तरह से शरीर में जमा होने लगेगा जिससे आपको उल्टी- मितली ,दस्त की समस्या शुरू हो सकती है। इसके अलावा ओवर हाइड्रेशन यानी शरीर में अधिक पानी होने के कारण आपको सर दर्द ,हाथ ,पैर और होंठ के रंग में बदलाव नजर आ सकता है। शरीर अत्यधिक हाइड्रेट होता है तो पैरो , हाथों और होठों में सूजन भी आ सकती है। ऐसे में कोशिकाओं के सूजने पर त्वचा भी सूज सकती है।
अधिक पानी पीने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट लेवल काफी कम हो जाता है जिससे शरीर का बैलेंस भी खराब हो जाता है। वैसे तो पानी पीने से संबंधित कोई वेरीफाइड गाइडलाइंस नहीं है। लेकिन हर दिन आपके शरीर को कितनी मात्रा में पानी की जरूरत है वह आपकी फिजिकल एक्टिविटी लेवल क्लाइमेट ,वजन ,सेक्स पर निर्भर करता है। 19 से 30 वर्ष की महिलाओं को 2.7 लीटर पानी डेली पीने की सलाह दी जाती है। इसी उम्र के पुरुषों को 3.7 लीटर पानी पीना चाहिए। फिर भी आपको ठीक से नहीं पता तो आप देखो दिन भर कितना पानी पीना चाहिए तो दिन भर में 8 गिलास पानी पीने की कॉमन और लोकप्रिय सलाह को फॉलो कर सकते हैं।