केंद्र सरकार की ओरसे आम बजट 2024 -25जुलाई को पेश किया जाने से पहले बजट में होने वाली घोषणा पर अनुमान लगाए जा रहे हैं कि कहीं बजट में योजना के संबंध में घोषणा करने की मांग की जा रही है। ऐसी ही एक मनरेगा योजना के संबंध में की जा रही है।
बताया जा रहा है कि बजट 2024 से पहले वित्त मंत्री निर्मला निर्मला सीतारमण के साथ व्यापारिक और श्रमिक संगठनों ने 24 जून को प्री-बजट बैठक की।इसमें यह उठाई गई है की दिहाड़ी मजदूरों को न्यूनतम वेतन बढ़ाया जाए और मनरेगा लगा के तहत काम के समय दोगुना किया जाए मनरेगा के तहत काम के समय को 200 दिन करने की मांग की गई। बैठक के बाद माना जा रहा है कि इसी केंद्रीय बजट 2024 के अंदर पर सरकार मनरेगा योजना के लिए बड़ी घोषणा कर सकती है जिससे इसी वजह से जुड़े करोड़ों लोगों को लाभ होगा।
मनरेगा या नरेगा योजना के तहत 100 दिन की अवधि का रोजगार प्रदान किया जाता है
मनरेगा या नरेगा योजना के तहत 100 दिन की अवधि का रोजगार प्रदान किया जाता है राजस्थान की बात करें तो यहां 100 दिन पूरे करने वाली श्रमिकों को 25 दिन का रोजगार और दिया जा सकता है यानी 125 दिन का रोजगार दिया जाता है। राज्य में 100 दिन का काम काम से कम रोजगार प्रदान किया जाता है।
मनरेगा के तहत अलग-अलग राज्य में मजदूरी की दर अलग-अलग है। सबसे अधिक मजदूरी हरियाणा में 374 पर प्रतिदिन है जबकि सबसे कम मजदूरी अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में 234 से प्रतिदिन आने राज्यों की यूपी में उत्तराखंड में 337 बिहार और झारखंड में 245 रुपए ,मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में 243 रुपए ,राजस्थान में 266 रुपए गोवा में ,256 रुपए पंजाब में 322 रुपए उड़ीसा में 254 रुपए आंध्र प्रदेश में ₹300 ,असम 249 रुपए ,गुजरात में ₹208 कर्नाटक ₹349 रुपए , केरल में 346 जम्मू कश्मीर में 269 रुपए ,महाराष्ट्र में 297 रुपए ,तमिलनाडु में 319 रुपए ,, पश्चिम बंगाल में 250 रुपए प्रतिदिन मजदूरी दी जाती है।
नहरों, तालाबों और कुओं के निर्माण कार्य या सफाई कार्य में रोजगार प्रदान किया जाता है
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने में राज्य मंत्री की साध्वी निरंजन ज्योति ने राज्यसभा में बताया कि ,18 दिसंबर 2021 तक देश में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत जॉब कार्ड रखने वाले परिवारों की कुल संख्या 15.63 करोड़ इनमें से उत्तर प्रदेश से जॉब कार्ड वाले परिवारों की अधिकतम संख्या 2,11,25,892 है और गोवा में न्यूनतम संख्या जॉब कार्ड 34,459 है। मनरेगा योजना की वेबसाइट के अनुसार ,वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत देश 13.7 करोड़ एक्टिव वर्कर्स हैं।
मनरेगा का पूरा नाम ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियिमष है इसे नरेगा के नाम से भी जाना जाता है। मनरेगा योजना के तहत सरकार की और सड़कों, नहरों, तालाबों और कुओं के निर्माण कार्य या सफाई कार्य में रोजगार प्रदान किया जाता है।इसके लिए उन्हें न्यूनतम मजदूरी दी जाती है।
मनरेगा जॉब कार्ड का होना जरूरी है
रोजगार पाने के लिए सबसे पहले आपको मनरेगा जॉब कार्ड का होना जरूरी है। आपके पास मनरेगा जॉब कार्ड आप योजना के तहत काम कर सकते हैं। यदि आपके पास मनरेगा जॉब कार्ड नहीं है और इसे बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए आप संबंधित ब्लॉक में आवेदन कर सकते हैं। यहां पर आपका आधार कार्ड और बैंक खाते का विवरण देना होगा इसके बाद आपको जॉब कार्ड मिल जाता है इस जॉब कार्ड से मिलने के बाद आप मनरेगा के तहत काम कर सकते हैं।