ज्योतिष शाश्त्र शनी को को न्याय का देवता रहते हैं। क्योंकि वे जातक के कर्मों के आधार पर फल देते हैं साथ ही शनि का दंड राजा को भिखारी बना सकता हैं। इसलिए लोगों में मन में शनिदेव को लेकर डर की भावना बहुत ज्यादा रहती है साथ ही शनि सबसे धीमी चाल चलने वाले ग्रह है। शनि ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं। इसलिए शनि का अशुभ प्रभाव जीवन पर ज्यादा समय तक रहता है। साल 2023 में शनि गोचर करके कुंभ राशि में प्रवेश कर गए थे।
मूल त्रिकोण राशि राशि कुंभ में ही रहेंगे
साल 2024 में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि राशि कुंभ में ही रहेंगे और 29 मार्च 2025 शनि गोचर करके मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इस समय मकर , कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है। और 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में गोचर होते ही मकर राशि को शनि की साढ़े साती से निजात मिल जाएगी
वही साल 2025 में कुंभ ,मीन के साथ में मेष राशि पर साढ़े साती चलेगी । साल 2025 से मेष राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण शुरू हो जाएगा । वही कुंभ राशि पर साढ़े साती का तीसरा और मीन राशि पर दूसरा चरण चलेगा। शनि की साढ़े साती आर्थिक , शारीरिक ,मानसिक और पारिवारिक कष्ट के साथ-साथ करियर के मामले में भी कष्ट देता है ।
साढ़े साती के दौरान जातको को हानि ,कष्ट ,तरक्की में रुकावट ,बीमारियों आदि की दुर्घटनाओं को झेलना पड़ता है।
साल 2025 में इन राशियों पर रहेगी साढ़े साती
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों को साढ़े साती का अंतिम चरण खासा परेशान कर सकता है। आर्थिक समस्याएं होगी ,नौकरी में बार-बार में समस्या आएंगे और ट्रांसफर होंगे सहकर्मियों के साथ समस्याएं होंगी जो आपको बड़ा नुकसान देगी। मेहनत का फल नहीं मिलेगा ,व्यापार करने वालों को दिक्कतें आएगी ,खर्च बढ़ेंगे।
मेष राशि
मार्च 2025 में मेष राशि पर शनि की साढ़े साती शुरू होते ही समस्या बढ़ती हुई नजर आएगी। मेष राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति बिगड़नी शुरू हो जाएगी। कोई बड़ा नुकसान हो सकता है साथ ही आय में कमी आएगी और खर्च बढ़ते जाएंगे। इसके अलावा शारीरिक परेशानियां भी होगी। हड्डियों से संबंधित रोग हो सकता है। दुर्घटना में गंभीर चोट लग सकती है। जीवन साथी से नहीं पटेगी।
मीन राशि
शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण सबसे ज्यादा कष्ट दायी माना जाता है। मीन राशि पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण रहेगा और धन संपत्ति के लिए संबंधी कहीं परेशानियां देगा सेहत भी परेशान कर सकती है । आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है ,बिजनेस में घाटा हो सकता है नई नौकरी की तलाश की कोशिश करते रहेंगे।