सोलर पैनल सनलाइट का प्रयोग करते हैं। बिजली जनरेट करने के लिए बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिजली जनरेट करते हैं। सोलर पैनल एनवायरमेंटल फ्रेंडली तरीके से बिजली जनरेट करते हैं और आप इसका उपयोग करके ग्रिड पावर पर निर्भर हुए बिना अपने बिजली के नीड्स को पूरा कर सकते हैं। इससे आप की घर का बिजली का बिल भी कम होता है और आप लम्बे समय तक पैसे बचा सकते हैं। एक सोलर सिस्टम में सोलर पैनल सोलर इनवर्टर और सोलर बैटरी का उपयोग किया जाता है। सोलर लिमिटेड डायरेक्टर करंट का अल्टरनेटिंग करंट में कन्वर्ट करता है जिससे आपके घर के ज्यादातर डिवाइस काम करते हैं। सोलर बैटरी पैनलों द्वारा जनरेट की गई बिजली को स्टोर करती है जिससे आप पावर बैकअप के लिए उपयोग करते हैं।
सोलर पैनल इंस्टॉल करने की टोटल कॉस्ट
पैनल की कैपेसिटी आपकी सोलर के लिए आपके द्वारा चुने गए सोलर पैनल की कैपेसिटी कॉस्ट को इफेक्ट करते हैं। सोलर पैनल की कीमतें उनकी वाट कैपेसिटी पर बेस्ड होती हैं। आपके द्वारा खरीदे गए सोलर पैनल की कैपेसिटी जितनी ज्यादा होगी प्रति वाट कॉस्ट उतनी ही कम होगी ।
सोलर पैनल के टाइप
पैनलों के कॉस्ट उनके टाइप पर निर्भर करती है। सोलर पैनल कई टाइप के होते हैं जिनमें पॉलीक्रिस्टलाइन, मोनोक्रिस्टलाइन और बाइफेशियल पैनल शामिल हैं। पाली क्रिस्टल लाइन पैनल अपनी कम कीमत के कारण सबसे ज्यादा उपयोग किए जाते हैं। मोनिक्रिस्टलाइन पैनल ज्यादा महंगे होते हैं लेकिन हाई एफिशिएंसी ऑफर करते हैं। बाई फेशियल पैनल दोनों तरफ से बिजली जनरेट कर सकते हैं। सबसे एडवांस टाइप के पैनल होते हैं। इसलिए सबसे महंगे भी होते हैं।
इंस्टालेशन और पावर कंसम्पशन:
सोलर पैनल को एक्सपर्ट्स तकनीकियों द्वारा ऐसी जगह पर इंस्टॉल करें जहां पूरे दिन धूप मिलती है। इंस्टॉलेशन छत या ऐसी जगह पर की जानी चाहिए जो सबसे ज्यादा एफिशिएंसी के लिए सुफिसिएंट धूप मिलती है। सोलर पैनल को इंस्टॉल करने से पहले उसे जगह की बिजली के लोड की जानकारी होनी चाहिए जहां आप सिस्टम इनस्टॉल करना चाहते हैं। सिस्टम को ज़्यादा खर्च या कम उपयोग से बचाने के लिए सोलर पैनल की कैपेसिटी बिजली की कंसम्पशन से मैच करनी चाहिए।
इन्वर्टर और बैटरी बैकअप:
सोलर सिस्टम DC पावर को AC पावर में कन्वर्ट करते हैं जो घर की ज्यादातर इलेक्ट्रिक एम्पलॉयन्स के लिए जरूरी है। सोलर इनवर्टर PWM और एमपीटी टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं और अलग-अलग ब्रांड में अवेलेबल है। पावर बैकअप के लिए आप c10 और c20 रेटेड सोलर बैटरी का उपयोग कर सकते हैं जो सोलर पैनल द्वारा जनरेट की गई बिजली को स्टोर करती है और पावर बैकअप ऑफर करती है।