कही आपके फ़ोन में डाऊनलोड किये ये एप्स आपकी जानकारी तो नहीं कर रहे लीक ,यहां जाने कैसे करना है इसका पता

Saroj kanwar
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स्पाइवेयर एंड्रॉयड यूजर्स के लिए आम समस्या है जो आमतौर पर गलत एप्स डाउनलोड ,संदिग्ध लिंक या ऐड क्लिक या यहां तक की आपकी स्मार्ट फ़ोन को छोड़ने का परिणाम है। इस प्रकार में मेलवेयर बेकिंग विवरण और पासवर्ड के साथ-साथ आपका डाटा चुरा सकता है और यहां तक की आपको माइक्रो फ़ोन या वेबकैम को भी एक्सेस कर सकता है। खतरनाक मलवेयर से छुटकारा पाने का सबसे तेज तरीका है कि आप एंटीवायरस का इस्तेमाल करें।

कुछ एंटीवायरस ऐसे है जो दावा करते हैं कि हंड्रेड परसेंट मैलवेयर पहचान की गारंटी देते हैं। हालांकि एंटीवायरस का उपयोग करना ही एकमात्र तरीका नहीं है आप इस स्पाइवेयर से छुटकारा पाने के मैनुअल तरीके भी इस्तेमाल कर सकते हैं । यहां हम आपको बताएंगे कि एंड्रॉयड फोन पर स्पाइवेयर का पता कैसे लगाया जाए।

क्या है स्पाइवेयर

स्पाइवेयर एक प्रकार का मेल वेयर है जो आपकी जानकारी के बिना आपके फोन की गतिविधियों पर नजर रखता है। एंड्रॉयड फोन पर स्पाइवेयर गलत एप्स डाउनलोड का परिणाम हो सकता है। ऐसे किसी अन्य व्यक्ति द्वारा भी इंस्टॉल किया जा सकता है। स्पाइवेयर के खतरों में से एक यह कि है ब्राउजिंग हिस्ट्री ,लोकेशन और आपकी व्यक्तिगत जानकारी एकत्रित कर सकता है।

इसके साथ भी कुछ ऐसे टूल भी है जिससे आप अपनी जो भी अपने डिवाइस पर टाइप करते हैं उसकी निगरानी करके आपके खाते को एक्सेस करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जिसे की logrs कहा जाता है। इनका उपयोग आपके बैंकिंग विवरण या पासवर्ड चुराने के लिए किया जा सकता है। इतना ही नहीं है आपकी आवाज भी रिकॉर्ड कर सकते हैं। ये आपके वेबकैम तक एक्सेस कर सकता है।

स्पाइवेयर का कैसे पता लगाए

स्पाइवेयर का पता लगाने लगाना आमतौर पर बहुत कठिन होता है। इसलिए केवल डिवाइस से इस नोटिस करना कठिन हो सकते हैं। हालाँकि कुछ ऐसे लक्षण है जो आपके फोन पर संभावित स्थाई व्यवहार के होने की संकेत दे सकते हैं।

आपके एंड्रॉयड पर किसी प्लेटफार्म पर कभी-कभी मैलवेयर आपकी जानकारी या अनुमोदन के बिना आपका डिवाइस पर एप्स इंस्टॉल कर सकता है। आपका डिवाइस पर एप लिस्ट देखें और सुनिश्चित करे की ऐसा कोई ऐप नहीं है जिसे आप आप नहीं जानते हो।

इसके अलावा जब आपके एंड्रॉयड पर बैकग्राउंड में काम कर रहा है तो यह आपकी फोन की बैटरी लाइफ को काफी कम कर देता है और आपका डिवाइस को धीमा कर देता है ।
स्पाइवेयर के कारण आप डेटा उपयोग में वृद्धि देख सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि डाटा एक्सेस करने और भेजने के लिए बहुत अधिक बैंडविड्थ का उपयोग करता है।

जैसा कि हम जानते हैं कि स्पाइवेयर बैकग्राउंड में काम करता है जिसका अर्थ है कि यह आपका डिवाइस के सिस्टम को जल्दी गर्म कर सकता है। यदि आपको अपने एंड्रॉयड का उपयोग नहीं करने पर भी डिवाइस से गर्म होने के संबंध में चेतावनी संदेश मिलता है तो यह समस्या का विषय हो सकता है ।

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