फूड और वाइन के साथ दुनिया भर में लगातार प्रयास होते रहे हैं। इसका ही नतीजा है कि आज एल्कोहलिक ड्रिंक्स को इतनी लंबी फेहरिस्त मौजूद है कि किसी एक शख्स के लिए इन इन सबको चख भर लेना भी मुमकिन नजर नहीं आता। वैसे अब ड्रिंक की भरमार है जिनमें कईकिस्म की शराब मिक्स की जाती है . वहीं, हार्ड लिकर यानी व्हिस्की, वोदका, रम, जिन आदि के शौकीन भी अपनी ड्रिंक्स में पानी के अलावा सोडा, कोक, एनर्जी ड्रिंक से लेकर बीयर तक मिलाकर पीना पसंद करते हैं। वाइन एक्सपर्ट मानते है कीएल्कॉहल की मिक्सिंग एक अच्छा आइडिया नहीं है। नया साल नजदीक है ऐसे में ध्यान रखना जरूरी है कि ऐसा कोई भी एक्सपेरिमेंट किसी के जश्न का मूड पूरी तरह खराब न कर दे ।
एल्कोहलिक ड्रिंक्स में विभिन्न प्रकार की चीजे मिलाने का क्या नुकसान है जानते हैं।
अक्सर पार्टियों के दौरान हमें यह सुनने को मिलता है कि फलां शख्स ने कई अलग-अलग तरह की शराब पी ली इसके बाद उन्हें उल्टी होने लगी है । किसी ने बियर के बाद विश्व की और वोडका पिली और उसकी तबीयत खराब हो गई। यहां यह समझने जरूरत है की उल्टियां होने या तबीयर बिछड़ने करने के लिए कई किस्म शराब नहीं बल्कि ज्यादा शराब पीना या ज्यादा नशा होना है। ऐसी कोई साइंटिफिक रिसर्च भी नहीं, जो सीधे-सीधे यह साबित कर सके कि कई किस्म की एल्कॉहल को मिलाने पर वो नुकसान करती है।
अगर मिक्सिंग करना नुकसानदायक होता तो दुनिया में कॉकटेल्स का अस्तित्व ही नहीं होता क्योंकि कई किस्म की शराब और तरल पदार्थों को मिलाकर ही कॉकटेल तैयार होते हैं। दरअसल शराब में मिक्सिंग के बाद ऐसी परिस्थितियों पैदा होती है जिसके बाद लोगों को तेजी से नशा होता और कई बार हालत में खून बेकाबू हो जाते हैं।
शराब में कोक-सोडा क्यों खतरनाक
अब समझने की कोशिश करते है अल्कोहल में सोडा मिलने पर क्या होता है? भारत में सोडा आसानी से उपलब्ध है यह सस्ता है और इसमें मिला हुआ कार्बन डाइऑक्साइड अल्कॉहल को बुलबुले वाला खूबसूरत टेक्स्चर देता हैऔर तो और कार्बन डाइऑक्साइड हमारे खून में घुलकर हमे नशे को तुरंत अहसास करवाता है।सोडे को शरीर बेहद आसानी से ग्रहण कर लेता है लिए। शराब पीते ही हमारे खून में कासोडे कार्बन डाइऑक्साइड काफी तेजी से घुलमिल जाता है। इसलिए हमे नशा भी तेज होता है।
हालांकि, सोडे में फास्फोरिक एसिड भी होता है, जो शरीर में मौजूद कैल्शियम का क्षरण करता है और बाद में यह कैल्शियम यूरीन के रास्ते शरीर से बाहर निकलता जाता है कैल्शियम के इस तरह से गोलकर शरीर से निकल जाने से हमारी हड्डियां वक्त के साथ नरम पड़ते ही कमजोर होने लगती है। यह भी दावा किया जाता है कि लंबे वक्त से एसिडिटी या हेयर फॉल की समस्या भी हो सकती है।
‘व्हिस्की में बीयर मिलाना भूल जाए
ऐसा करने वालों की तादाद सीमित है। मेडिकल एक्सपर्ट मानते हैं कि व्हिस्कीही नहीं किसी भी अन्य ,किसी भी हार्ड स्पीड (रम, वोदका, जिन) के साथ बीयर मिलाकर पीना खतरनाक है। दरअसल बियर में मिला कार्बनडाइऑक्साइड व्हिस्की के जरिए जब पीने वाले के खून में घुलता है तो नशे का एहसास तेजी से होने लगता है। व्हिस्की में बीयर मिलाकर पीना से तेजी से नशा होकर ब्लैक आउट होने का खतरा है। अगर दोनों ड्रिंक पीनी है तो वाइन एक्सपर्ट सलाह देते हैं की पहले स्ट्रांग अल्कोहल जैसे व्हिस्की,रम ,वोडका आदि एक दो पीनी चाहिए। पार्टी लंबी खिंची तो बाद में बीयर पर स्विच कर सकते हैं। नशे का एहसास होने के बाद आम लोग तौर पर रोड तेजी से ड्रिंक करते हैं ऐसे में बीयर तेजी से भी पीने पर नशा बीमा होगा क्योंकि हार्ड स्पीड के मुकाबले में इसमें अल्कोहल की मात्रा काफी कम हो जाती है ऐसे में बीयर तेजी से भी पीने पर नशा धीमा होगा क्योंकि हार्ड स्पिरिट के मुकाबले इसमें एल्कॉहल की मात्रा काफी कम होती ।
शराब संग एनर्जी ड्रिंक को कहिए ना
कुछ युवाओं को अपनी शराब में एनर्जी ड्रिंक मिलाकर पीना बेहद रास आता है. हालांकि, यह प्रयोग भी कम खतरे से खाली नहीं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एनर्जी ड्रिंक शराब की वजह से होने वाले नशे के एहसास को कम कर देता है। यानी एनर्जी ड्रिंक के साथ शराब पीने पर कोई शख्स अपेक्षाकृत ज्यादा वक्त बाद नशा महसूस करेगा। हालांकि, एल्कॉहल की वजह से उनके सोचने समझने की शक्ति कुंद पड़ती जाती है। ऐसे में नशा महसूस किए बिना नशे में आ जाने की यह आभासी स्थिति कई बार खतरनाक साबित हो सकती हैं और हादसों को दावत दे सकती है. एक बड़ा खतरा और भी है। शराब और एनर्जी ड्रिंक की प्रवृत्ति एक दूसरे के उलट है। शराब जहां लोगों को सुस्त बनाती है, वहीं एनर्जी ड्रिंक में मिला कैफीन चुस्ती से भर देता है. यानी एक सुलाने वाली चीज और दूसरी थप्पड़ मारकर जगाने जैसी कोई चीज. बताने की जरूरत नहीं कि ऐसी स्थिति सेहत के लिए कितनी नुकसानदायक हैआम तौर पर और तेजी से ड्रिंक करते हैं।