हाथ से खाना खाना महज एक परंपरा नहीं है बल्कि ट्रेडिशनल सेहत को भी कोई फायदे पहुंचते हैं। आयुर्वेद ने भी इस बात को माना है जरूरत और माहौल को देखते हुए सब लोगचम्मच से खाना खाने लगते हैं। लेकिन जब भी मौका मिले हाथ से खाना खाने का मौका छोड़ना नहीं चाहिए। आयुर्वेद में प्रकृति से जोड़कर रखने का काम करता है।
डॉक्टर दीक्षा भवसार सावलिया जो एक आयुर्वेदिक डॉक्टर है उन्होंने हाथ से खाना खाने की क्या-क्या फायदे हैं इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की वह अक्सर ही सेहत से जुड़े कुछ ऐसे टिप्स शेयर करती रहती है जो लोगों के हेल्थ की प्रति जागृत करते हैं । आईए जानते हैं फायदा के बारे में।
आयुर्वेद के अनुसार , हाथ से खाना खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। पेट से जुड़ी कई सारी समस्याएं दूर होती है।
आयुर्वेद के अनुसार हाथ की पांच उंगलियां आकाश ,हवा ,अग्नि ,पानी को दर्शाती है हाथ से खाने से शरीर में इन पांच तत्वों बेलेंस बना रहता है साथ ही शरीर को ऊर्जा भी मिलती है ।
हमें तो आयुर्वेदिक अनुसार हाथ की पांच उंगलियां आकाश अग्नि अपनी पृथ्वी को दर्शाती है हाथ से खाना खाने से शरीर में इन पांच तत्वों का बैलेंस बना रहता है साथ ही शरीर को ऊर्जा भी मिलती है।
इसके अलावा जब हम हाथ से खाना खाने को छूते हैं तो ब्रेन को सिग्नल चला जाता है की वह खाना खाने के लिए तैयार जिससे ब्रेन जरूरी पाचन एंजाइम रिलीज करता है जो खाने को आसानी से पचाने में मदद करते हैं।
हाथ से खाने का दौरान कितना खाना है यह क्या खाना है किसी स्पीड से खाना यह भी समझ पाते हैं जो डाइजेशन को काम को आसान बनाने का काम करते हैं। अगर आप पाचन तंत्र को सही रखना चाहते हैं तो चम्मच छोड़ हाथ से खाने की आदत डाले। लेकिन हाथ से खाने के दौरान एक बात का खास ख्याल रखें खाने से पहले भी हाथ साबुन से धोना है और खाने के बाद भी।