आखिर चार्जर क्यों आते है काले और सफेद ,चल गया इस राज का पता

Saroj kanwar
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आपने जब भी कोई चार्ज देखा होगा तो यह नोटिस जरूर किया होगा कि हमेशा ब्लैक या व्हाइट कलर में ही आते हैं। लेकिन ऐसा क्यों और क्यों चार्जर नीले -पीले कलर में नहीं आते हैं। फोन का इस्तेमाल लगभग सभी लोग करते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लैपटॉप का काम भी पड़ता है। लैपटॉप हो या फोन तभी चल सकता है टीवी ये चार्ज हो रखा हो।

बिना चार्जिंग के तो कोई भी गैजेट सिर्फ एक डिब्बे जैसा होता है। चार्जिंग की बात चल रही है तो चार्जर का जिक्ट तो आएगा ही। क्या आपने कभी यह नोटिस किया है कि चार्ज हमेशा काला या सफेद क्यों होता है। अगर आपके दिमाग में तुरंत यह आ गया है कि वनप्लस का चार्जर तो लाल रहता है तो बता देंगे चार्जर का कलर लाल नहीं होता बल्कि उसका केबल सिर्फ रेड होता है। उनके फोन और लैपटॉप के चार्जर हमेशा ब्लैक कलर के ही होते हैं।

चार्जर काले कलर के होते हैं इसके पीछे का तर्ज ही है कि काला कलर बाकी कलर के मुकाबले गर्मी को बेहतर सोंखता है। वही यह भी कहा जाता है कि अगर ब्लैक मटेरियल खरीदा जाए तो किफायती भी होता है। दूसरे कलर मटेरियल थोड़े महंगे होते हैं यही कारण है कि चार्ज काले रंग के बनाए जाते हैं। शुरुआत में तो चार्ज सिर्फ ब्लैक कलर में ही आते थे लेकिन बाद में कंपनियों ने इसे व्हाइट कलर में भी पेश करना शुरू किया इसकी वजह बताई गई है कि व्हाइट कलर के चार्ज जल्दी गर्म नहीं होते और यही वजह है कि उनकी लाइफ ज्यादा होती है।

ब्लैक चार्ज के साथ आने लगी थी एक दिक्कत

आपने नोटिस किया होगा की शुरुआत में तो लगभग सभी चार्जर का रंग काला ही था लेकिन धीरे-धीरे कंपनियां व्हाइट चार्जर बनाने लगी और अब देखा जाए तो वो ओप्पो ,वनप्लस और रियलमी का चार्ज भी वाइट कलर में आता है। दूसरी तरफ आईफोन की बात करें तो शुरुआत में ऐपल ने सभी डिवाइस चाहेचाहे वह आईपैड हो, आईफोन हो या एयरपॉड हो, सभी के चार्जर को सफेद रंग में ही पेश किया है।

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