आधार कार्ड से जुड़ी एक नई जानकारी सामने आयी है जिसने सोचने पर मजबूर कर दिया। हाल में आधार कार्ड बदलवाने की कोशिश की ब तो पता चला कि आधार कार्ड पर रिश्तो की जानकारी से पीता ,पति का नाम नहीं दिखेगा। यह बात थोड़ी अजीब है लेकिन फिर समझ में आया की बदलाव क्यों किया है।
इस बदलाव के कारण 2018 में सुप्रीम कोर्ट का फैसला है इस फैसले में लोगों की निजता की बात की गई थी। अब आधार कार्ड में रिश्तों की जानकारी नहीं दी जाती है। इसका मतलब यह है कि पति ,पिता या किसी अन्य रिश्तेदार का नाम आधार कार्ड में दिखाना अनिवार्य नहीं है। यह बदलाव निजता की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है।
आधार कार्ड बनवाना अब और आसान
आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया अब और सरल बन गया है। पहले अगर आपको आधार कार्ड बनवाना होता था तो पिता, पति, या किसी अन्य रिश्तेदार का नाम देना अनिवार्य होता था। लेकिनअब ऐसा नहीं है अब आप सिर्फ अपना नाम और पता दे। कृपया आधार कार्ड बनवा सकते हैं।
इस बदलाव का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि आधार कार्ड से रिश्ते तय नहीं किए जाएंगे। इसका मतलब यह अनाथ बच्चे जिनके पास माता-पिता नहीं है या जिनके परिवार में कोई नहीं है। अभी आसानी से आधार कार्ड बनवा सकते हैं। इससे उन्हें पहचान पत्र करने में कोई दिक्कत नहीं होगी पहले से लोग जो बिना माता-पिता के थे उन्हें आधार कार्ड बनवाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ये प्रक्रिया उनके लिए आसान हो गई है ।
अनाथों के लिए राहत
यह बदलाव उन लोगों के लिए बहुत बड़ी राहत लेकर आयी है है जो अनाथ है या जिनके पास के परिवार नहीं है और बिना किसी परेशानी को अपना आधार कार्ड बनवा सकेंगे। अगर समाज में लोगों को सम्मान अधिकार देने का बड़ा कदम है।