अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंजिले आसान हो जाती है। बिहार की बेटी ने कुछ ऐसा ही कमाल कर दिखाया है। बिहार के जमुई की रहने वाली टीनू सिंह का बस एक ही सपना था कि सरकारी अफसर बनना है। अपने इस सपने इसके लिए उन्होंने जी-तोड़ मेहनत भी की आज ये उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि टीनू सिंह ने 5 दिन में 5 सरकारी नौकरियां हासिल कर इतिहास रच दिया है।
टीनू सिंह के पिता मुन्ना सिंह सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर है
टीनू सिंह के पिता मुन्ना सिंह सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर है । वही टीनू की मां पिंकी सिंह का सिलेक्शन टीचर के तौर पर हुआ था लेकिन परिवार को संभालने के चक्कर में उन्होंने नौकरी ज्वाइन नहीं की। टीनू सिंह ने अंग्रेजी में मास्टर्स के अलावा b.ed भी किया है। माता-पिता की बेटी सरकारी अफसर बने । इसलिए टीनू भी सरकार नौकरी करना चाहती थी।
दरअसल, टीनू सिंह पिछले कुछ सालों से सरकारी नौकरियों की तैयारी में जुटी हुई थीं । वो कई प्रतियोगी परीक्षाएं दे चुकी थीं, लेकिन सफ़लता हाथ नहीं लग रही थीं। लेकिन इसके बाद उन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया जो आज तक कोई नहीं कर पाया। उन्होंने पिछले साल 22 दिसंबर से 26 दिसंबर के बीच पांच दिन में पांच प्रतियोगिता पास कर 5 सरकारी नौकरी में कब्जा जमाकर देशभर में सुर्खियां बटोर लीं।
सहायक प्रशाखा पदाधिकारी’ बनीं
टीनू सिंह ने जिन 5 सरकारी नौकरी की परीक्षाएं पास की हैं उनमें पहली कंप्यूटर ऑपरेटर और दूसरी सहायक प्रशाखा पदाधिकारी की है जबकि बाकी तीन नौकरी में बीपी शिक्षक भर्ती से जुड़ी है। टीनू का सबसे पहले चयन22 दिसंबर को ‘कंप्यूटर ऑपरेटर’ के पद के लिए हुआ इसके बाद 23 दिसंबर को बीएसएससी (CGL) प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल कर ‘सहायक प्रशाखा पदाधिकारी’ बनीं।
टीनू सिंह अब ‘अफसर बिटिया’ बनकर पटना सचिवालय में बैठेंगीं
टीनू सिंह ने 25 दिसंबर को बीपीएससी की ओर से आयोजित शिक्षा बोर्ड परीक्षा में 6 से 8 संवर्ग में कामयाबी हासिल की। फिर 26 दिसंबर को बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में भी वो माध्यमिक विद्यालय 9 से 10 संवर्ग में भी सफल रहीं।इसके बाद उच्च माध्यमिक 11वीं-12वीं के लिए भी उनका सेलेक्शन हुआ. शिक्षक की इन 3 नौकरियों के बजाय टीनू ने ‘सहायक प्रशाखा पदाधिकारी’ की पोस्ट स्वीकार की।टीनू सिंह अब ‘अफसर बिटिया’ बनकर पटना सचिवालय में बैठेंगीं .।