भारत में पैन कार्ड एक महल महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो न केवल वित्तीय लेन-देन, बल्कि विभिन्न सरकारी और कानूनी कामों के लिए भी आवश्यक है। बैंक अकाउंट खोलने के लिए इनकम टैक्स रिटर्न भरने तक पैन कार्ड का होने वाली है। यह दस्तावेज एक व्यक्ति की पहचान का प्रमाण पत्र प्रमाण होता है इसके बाद कई वित्तीय कार्य में दिक्कत हो सकती है।
हाल ही में भारत सरकार ने पैन कार्ड के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं और इस बदलाव के तहत“ PAN 2.0” प्रोजेक्ट को लांच किया गया है। आज हम आपको पैन कार्ड से जुड़े नियमों के बारे में विस्तार से बताते है।
PAN 2.0 क्या है?
भारत सरकार पैन कार्ड को डिजिटल और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए PAN 2.0 का प्रोजेक्ट लागू किया है। इसके तहत अब अब पैन कार्ड को अधिक हाईटेक और तकनीकी दृष्टि से उन्नत बनाया जाएगा। पैन कार्ड 2.0 का डिजाइन पूरी तरह से डिजिटल होगा जिसमें इसमें किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाएगी। इसके अलावा ये कार्ड के पहले कार्ड के मुकाबले ज्यादा सुविधाजनक और आसानी से सत्यापित किया जा सकेगा।
हालांकि सवाल उठता है कि क्या पैन 2.0 के तहत नया पैन कार्ड बनवाना सभी के लिए जरूरी होगा तो सरकार ने स्पष्ट रूप से घोषणा कर दी है यदि किसी के पास पहले से ही पैन कार्ड है उसे pan 2.0 के तहत नया पैन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं है। सरकार खुद ही पुराने कार्ड धारकों के लिए नई हाईटेक पैन कार्ड भेजेगा।
क्या पुराने पैन कार्ड की वैधता समाप्त हो जाएगी?
नहीं, ऐसा नहीं है। जब तक आपको नया PAN 2.0 पैन कार्ड नहीं मिलता, तब तक आपका पुराना पैन कार्ड वैध रहेगा। इसका मतलब यह है कि अगर आपके पास पहले से पैन कार्ड है, तो आप पुराने कार्ड के माध्यम से सभी कार्य कर सकते हैं। नया पैन कार्ड आने तक आपके लिए पुराने पैन कार्ड की वैधता जारी रहेगी। हालांकि, यदि आपको अपने पैन कार्ड में कोई बदलाव या जानकारी अपडेट करवानी है, तो नया पैन कार्ड PAN 2.0 के तहत ही जारी किया जाएगा।