पितृपक्ष 17 सितम्बरसे शुरू होने वाला है। पूर्वजो को तर्पण करने के लिए बहुत से लोग गया गोदावरी ,प्रयागराज , जाने की तैयारी में है। इसके अलावा बहुत सी नदियों के किनारे भी तर्पण भी पुरोहितो कराते है। जाहिर सी बात है pooja आदि कर्म में धन भी लगता है लेकिन जिनके पास धन की कमी हो वह कैसे पूर्वजो का तर्पण करें। ज्योतिष ने बताया इस समस्या का समाधान।
पितृपक्ष में बिना घर पैसे खर्च किए भी आप घर बैठे पितरो का प्र्शन्न कर सकते हैं
ज्योतिषी के मुताबिक ,17 सितंबर से पितृपक्ष की शुरुआत होने से अक्टूबर 2 अक्टूबर सर्वपितृ अमावस्या तक चलेगा। इस दौरान लोग पूर्वजो के नाम से गया में तर्पण श्राद्ध आदि करते हैं । इसीसे पितृ प्र्शन्न होते हैं। वंश पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा था , लेकिन पितृपक्ष में बिना घर पैसे खर्च किए भी आप घर बैठे पितरो का प्र्शन्न कर सकते हैं ।
गया जाकर पितरो का तर्पण नहीं कर सकते हैं
अगर आपके पास पैसे की कमी और गया जाकर पितरो का तर्पण नहीं कर सकते हैं जिस स्थिति में आपके पितरों की तो जिस तिथि में आपके पितृ की मृत्यु हुई हो, उस tithआसपास अपने नदी में स्नान करें । दक्षिण दिशा में बैठकर एक पात्र में सफेद पुष्प और तिल डालकर जल भरे अपने पितरो का स्मरण करें। इसके बाद दोनों हाथ ऊपर कर सभी मित्रों से निवेदन करें कि हमारी आर्थिक सही नहीं है क्योंकि आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण हम ‘गया’ नहीं जा सकते विधि-विधान से तर्पण नहीं कर सकते। इस साल यही से तर्पण कर रहे है स्वीकार्य करे। ऐसे में पितृ प्र्शन्न होंगे और वर्ष भर दिया है सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करेंगे।