हिंदू धर्म महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है। भगवान शिव ,माँ पार्वती को समर्पित यह त्यौहार फाल्गुन महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विधि पूर्वक विवाह करवाया जाता है। इसके अलावा भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के साथ ही उनका अभिषेक करने का भी विधान होता है। ऐसे में महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने का शुभ समय क्या है। यहां जाने ।
इसका समापन 9 मार्च को शाम 6:17 पर होगा
हिंदू पंचांग के अनुसार ,फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी की 8 मार्च को संध्या काल 9:57 पर महाशिवरात्रि शुरू होगी और इसका समापन 9 मार्च को शाम 6:17 पर होगा। भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। इसलिए उद्या तिथि देखना जरूरी नहीं होता है। इस साल महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च 2024 को किया जाएगा।
भगवान शिव की पूजा के लिए 4 प्रहर शुभ मुहूर्त है।
पहला रात्रि प्रहर मुहूर्त शाम 6:25 से लेकर रात 9:28 तक रहेगा।
दूसरा प्रहर पूजन का समय 9:28 से लेकर 12: 30 तक रहेगा।
तीसरे प्रहर पूजन देर रात में 12 की 31 से लेकर सुबह 3:34 तक है।
चौथा और आखिरी प्रहर पूजन का समय सुबह 3:34 से लेकर सुबह 6:37 तक रहेगा।
भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर सकते हैं
महाशिवरात्रि पूजन करते समय ब्रह्म मुहूर्त का समय समय 5:15 से लेकर6 बजकर 6 मिनट तक है। इस समय नाना दी उठकर आप स्नानदि आदि कर भगवान भोलेनाथ का स्मरण करें। व्रत का संकल्प ले। इसके बाद अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 :13 से लेकर 12:58 तक रहेगा। इस दौरान भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर सकते हैं।
भगवान भोलेनाथ को केसर की खीर का भी भोग लगाया जाता है
कहते हैं इस दिन भगवान भोलेनाथ का पंचामृत से स्नान करवाना चाहिए इसकी साथ ही केसर के 8 आठ लौटे जल चढ़ाना चाहिए। पूरी रात भगवान शिव के समक्ष दीपक जलाना चाहिए और चंदन का तिलक लगाकर बेलपत्र ,भांग धतूरा यह सारी चीज भगवान को भोलेनाथ को चढ़ानी चाहिए। शिवरात्रि के मौके और भगवान भोलेनाथ को केसर की खीर का भी भोग लगाया जाता है।