जारी आईपीएल में फेन्स बहुत ही बारीकी से के एल राहुल पर नजर गड़ाए हुए और चयन समिति की भी है। के एल राहुल की फार्म पर भी और फिटनेस पर भी। शनिवार को पंजाब के खिलाफ के एल राहुल प्रभावी जरूर दिखे लेकिन ऐसे प्रभाव का क्या फायदा जो बड़े स्कोर में बदल पाए। बहरहाल टॉस के समय के एल पर नजर रखने वाले तमाम लोग बहुत ही ज्यादा हैरान हो गए जब उनकी जगह निकोलस पूर्ण कप्तानी करते हुए दिखे। उसके बाद चर्चा कमेंट्री बॉक्स और फैंस के बीच छिड़ गई।
के एल राहुल इंपैक्ट प्लेयर के रूप में खेल रहे हैं
जब के एल टॉस के लिए नहीं आए तो तमाम चाहने वाले के एल की फिटनेस को लेकर चिंतित तो उठे लेकिन तो उसकी समय कप्तान निकोलस पूरन साफ कर दिया कि इस मुकाबले में के एल राहुल इंपैक्ट प्लेयर के रूप में खेल रहे हैं। यह मतलब यह है कि खेल दूसरी पारी में फील्डिंग के लिए मैदान पर नहीं उतरेंगे। उनकी जगह कोई सब्सीट्यूट खिलाड़ी मैदान पर उतरेगा। मगर के एल राहुल इम्पेक्ट प्लेयर के रूप में खेलने की के पीछे असल वजह कुछ और ही है।
के एल राहुल के साथ समस्या क्या है
निकोलस पूरन ने कहा कि के एल राहुल चोट से उभरकर वापसी कर रहे हैं तो इस लम्बे टूर्नामेंट में प्रबंधन उन्हें आराम देने का फैसला किया है। मतलब साफ है कि के एल राहुल अभी पूरी तरह से फिट नहीं है। बेटिंग में कुछ ही देर में पिच पर रहे वह अब विकेटकीपिंग नहीं करेंगे। ऐसे में सवाल उठना जायज है या फिर के एल राहुल के साथ समस्या क्या है।
के एल राहुल को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं
पंजाब के खिलाफ लखनऊ प्रबंधन की फैसले से आलोचक भी के एल राहुल को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं कि आखिर के एल राहुल के साथ समस्या क्या है। पूरी तरह से फिट भी है या नहीं। निश्चित तौर पर अब यहां से आलोचकों के सवाल न केवल बढ़ते जाएंगे लेकिन के एल राहुल के एक-एक फैसले की बारीकी होगी। क्योंकि मामला 2 महीने बाद t20 विश्व कप का है इसके लिए कई युवाओं ने दावा ठोक दिया है।