जरा सोचिए अगर आप विदेश घूमने गए और वहां की मशीन आपसे बढ़िया हिंदी बतियाने लगे तो यकीनन आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। हाल ही में बेंगलुरु का एक इंजीनियर इस तरह हक्का -बक्का रह गया । जब चीन के एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद वहां की मशीन उसे हिंदी में बात करने लगी जिसके बाद शख्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए अपना यह अनुभव लोगों को शेयर किया।
वहां की मशीन उसे हिंदी में बात करने लगी
शख्स का ये पोस्ट देखते ही देखते इंटरनेट पर वायरल हो गया। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु के इंजीनियर शांतनु गोयल उस वक्त हैरान रह गया। जब चीन के एयरपोर्ट पर कदम रखते ही वहां की मशीन उसे हिंदी में बात करने लगी। शख्स ने अपने सोशल साइट एक पर दो तस्वीरें शेयर करते हुए अपना अनुभव शेयर किया।
भारतीय नागरिक होने की पहचान करते ही मशीन हिंदी में बात करने लगी
शख्स ने कैप्शन में लिखा ,अभी चीन में लेंड किया हूं और मजेदार बात तो देखिए यहां की मशीन मुझे हिंदी में बातें कर रही है। इंजीनियर शांतनु गोयल ने सोशल मीडिया यूजर्स को बताया कि ,सबसे पहले मशीनों ने उनके पासपोर्ट के स्क्रीन की और फिर भारतीय नागरिक होने की पहचान करते ही मशीन हिंदी में बात करने लगी। हैरान करने वाली बात यह है की मशीन के इंटरफेस में कोई भी लैंग्वेज चुनने का ऑप्शन नहीं था।
मशीन ने भारत के लिए हिंदी को डिफ़ॉल्ट लैंग्वेज के तौर पर इस्तेमाल किया था
बताया जा रहा है की मशीन ने भारत के लिए हिंदी को डिफ़ॉल्ट लैंग्वेज के तौर पर इस्तेमाल किया था। वायरल हो रहे इस पोस्ट को अब तक 7 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं जबकि 4000 से ज्यादा लोगों ने इस पोस्ट को लाइक किया। पोस्ट पर यूजर्स तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने पूछा कि ,क्या ये मशीने सिर्फ हिंदी में बोलती है ,अन्य भाषाएं भी। जिस पर जवाब दिया गया कि जिस देश का पासपोर्ट होता है मशीन है उसे लेकिन रेंज में सामने वाले से बात करना शुरू कर देती है। वही एक यूजर ने बताया कि ,चीन में ये कोई नई टेक्नोलॉजी नहीं है।