उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में चक्रवाती तूफान दाना के असर से 24 अक्टूबर और 25 अक्टूबर को वर्षा होने की संभावना है।मौसम विभाग के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने जानकारी दी है की कि चक्रवात बंगाल की खाड़ी के इलाकों में विकसित हुआ है। इसके कारण पुरे उत्तर प्रदेश में नमि भरी हवाएं जो बारिश का कारण बन सकती है ।
हल्की-फुल्की बारिश देखने को मिल सकती है
मौसम विभाग ने बताया है कि इन हवाओं के चलते प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की-फुल्की बारिश देखने को मिल सकती है। इसके आलावा मौसम में बदलाव के करण स्थति में तेजी परिवर्तन हो सकता है। इसलिए लोगों को सतर्क करने की सलाह दी गई है कि चक्रवर्ती का प्रभाव अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है जिससे किसानो और आम नागरिकों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
मौसम से जुडी एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आयी है चक्रवर्ती तूफान के प्रभाव से वायुमंडल में दबाव में बदलाव हो रहा है जिसके परिणाम स्वरुप बारिश और गरज के साथ बेचारे आने की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि इस तूफान का असर अगले कुछ दिनों में महसूस किया जाएगा जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि 24 अक्टूबर को 25 अक्टूबर के पश्चात मौसम में बदलाव आ गया । इसके बाद बारिश की संभावना कम हो जाएगी और मौसम सूखा रहने की उम्मीद है । ऐसे में लोगों को सलाह दी गई की मौसम की जानकारी पर ध्यान दें और आवश्यक सावधानी बरते । मौसम में बदलाव काअसर कृषि गतिविधि में पड़ सकता है इसलिए किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है।
मौसम विभाग ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी शेयर
आज के मौसम का हाल बताते हैं मौसम विभाग ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी शेयर की है ,विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। विशेषकर सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ और बलिया जैसे क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विशेषज्ञोंका कहना है कि यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है क्योंकि इससे फसलों को जल की आवश्यकता पूरी होगी हालांकि नागरिकों सलाह दी गई की बारिश के दौरान सावधानी बरते और यात्रा करते समय मौसम की स्थिति का ध्यान रखें। इइस दौरान, मौसम में बदलाव के कारण तापमान में भी गिरावट देखने को मिल सकती है, ठंड बढ़ सकती है। इसलिए, सभी को मौसम की जानकारी पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।
शक्तिशाली तूफान
चक्रवर्ती तूफान दाना एक शक्तिशाली तूफान है जो समुद्र में कम दबाव के क्षेत्र के निर्माण की परिणाम स्वरुप उत्पन्न होता है। इस तूफान का नाम दाना’ विश्व मौसम संगठन (WMO) द्वारा रखा गया है, जो हिंद भाषा सागर और बंगाल की खाड़ी में बनने वाली चक्रवातों के नाम करण करने का कार्य करता है। चक्रवात समुद्र का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है किसी वायुमंडल में हवा का दबाव करते हैं प्रक्रिया धीरे-धीरे शुरू होती है और जब समुद्री तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस है उससे अधिक होता है तब चक्रवात बनने की संभावना बढ़ जाती है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दाना जैसे तूफान की स्थिति पर नजर रखना बहुत जरूरी है, ताकि समय पर चेतावनी दी जा सके और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। इसलिए, स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग लगातार इस तूफान की गतिविधियों पर ध्यान दे रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों ने सभी संबंधित एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति का सामना किया जा सके। इस प्रकार की तैयारियों से उम्मीद है कि प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान को कम किया जा सकेगा।