UPI लेनदेन: UPI उपयोगकर्ताओं के लिए अच्छी खबर। भारत में, UPI के माध्यम से पैसे भेजने की सीमा अब ऐप्स द्वारा नहीं, बल्कि व्यक्तिगत बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती है। कई उपयोगकर्ताओं को अपनी बैंक सीमा का पता नहीं होता, जिसके कारण कई बार लेनदेन विफल हो जाते हैं। PhonePe, Google Pay और Paytm जैसे ऐप्स केवल आपके बैंक की सीमा के आधार पर ही भुगतान की अनुमति देते हैं।
बैंक सीमा जानें और बढ़ाएँ
प्रत्येक बैंक अपने जोखिम प्रोफ़ाइल, पिछले लेनदेन इतिहास और उपयोगकर्ता गतिविधि के आधार पर सीमाएँ निर्धारित करता है। अपनी बैंक सीमा जानने के लिए, अपने बैंक के ऐप के UPI या फ़ंड ट्रांसफ़र अनुभाग देखें। कभी-कभी, सुरक्षा अवरोधों, फ़ोन या सिम में बदलाव, या UPI पिन रीसेट जैसे कारणों से आपकी सीमा कम हो सकती है।
सीमा बढ़ाने की प्रक्रिया
यदि आपको अपनी सीमा बढ़ाने की आवश्यकता है, तो पहले अपने बैंक के ऐप या वेबसाइट पर सीमा बढ़ाने का विकल्प देखें। कई बैंक ऐप्स में “UPI सीमाएँ प्रबंधित करें” विकल्प होता है। बैंक की मंज़ूरी मिलने पर बढ़ी हुई सीमा ऐप्स में तुरंत अपडेट हो जाती है। यदि बैंक ने कोई सख्त जोखिम नीति बनाई है, तो सीमा तुरंत नहीं बढ़ाई जाएगी।
कुछ मामलों में, बैंक धोखाधड़ी रोकने के लिए उच्च-मूल्य वाले भुगतानों पर अस्थायी सीमाएँ लगाते हैं। नया डिवाइस या लाभार्थी जोड़ने पर भी सीमा बढ़ने से पहले प्रतीक्षा करनी पड़ती है। इसके अतिरिक्त, त्योहारों या प्रचारों के दौरान सीमाएँ अस्थायी रूप से कम की जा सकती हैं।
समाधान के विकल्प
यदि किसी ऐप के माध्यम से अपनी सीमा बढ़ाना संभव नहीं है, तो सीधे अपने बैंक के ऐप का उपयोग करके देखें। कभी-कभी नेट बैंकिंग, IMPS या RTGS के माध्यम से बड़ी राशि भेजना आसान होता है। इसलिए, उपयोगकर्ताओं के लिए अपने बैंक की UPI सीमा को समझना और सीमा बढ़ाने के लिए स्मार्ट तरीके अपनाना महत्वपूर्ण है ताकि वे बिना किसी परेशानी के बड़े भुगतान कर सकें।