UP Weather Alert: उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। जिससे तापमान में गिरावट तो आई है। लेकिन कई जिलों में जलभराव और बिजली गिरने की घटनाएं भी दर्ज की गई हैं। मौसम विभाग ने आज मंगलवार के लिए भी तेज बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारों का पूर्वानुमान जारी किया है।
इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, मथुरा, हाथरस, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया और जालौन जैसे जिलों में भी तेज बारिश के आसार हैं।
गरज-चमक और बिजली गिरने की चेतावनी
पूर्वी और पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में बिजली चमकने और बादलों की तेज गड़गड़ाहट की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि बिजली गिरने के समय खुले में न रहें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
जुलाई में सामान्य से ज्यादा बारिश की उम्मीद
मौसम विभाग का अनुमान है कि जुलाई 2025 में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है। इसके साथ ही तापमान सामान्य से नीचे बना रह सकता है, जो किसानों और आमजन के लिए राहत भरी खबर है।
कहां-कहां हुई कितनी बारिश?
सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में मूसलधार बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार:
- मुजफ्फरनगर – 97.6 मिमी (सर्वाधिक)
- फुरसतगंज – 67.2 मिमी
- बहराइच – 65.0 मिमी
- बाराबंकी – 51.0 मिमी
- बरेली – 49.6 मिमी
- कानपुर (ग्रामीण) – 45.0 मिमी
- लखीमपुर खीरी – 36.0 मिमी
- गोरखपुर – 34.1 मिमी
- लखनऊ – 16.6 मिमी
बारिश से बढ़ी नमी, लेकिन सड़कें बनीं तालाब
लगातार हो रही बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं निचले इलाकों में जलभराव की समस्या बढ़ा दी है। कई शहरों में सड़कों पर पानी जमा होने से यातायात प्रभावित हुआ है। नगर निगम द्वारा जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
किसानों के लिए अच्छी खबर
इस बार की बारिश ने धान, मक्का और दलहन जैसी खरीफ फसलों की बुवाई के लिए उपयुक्त वातावरण बना दिया है। कृषि विभाग ने भी किसानों को सलाह दी है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही खेतों में काम करें, ताकि भारी बारिश के दौरान नुकसान से बचा जा सके।