UP Ka Mausam :उत्तर प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी, 9 जुलाई तक वज्रपात और बाढ़ का खतरा

Saroj kanwar
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UP Ka Mausam: उत्तर प्रदेश में मॉनसून ने सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। बीते कुछ दिनों से तेज धूप और बढ़ती उमस ने लोगों को परेशान किया. लेकिन अब भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि 5 जुलाई से 9 जुलाई तक प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान गरज-चमक, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना भी जताई गई है।

कई जिलों में मूसलाधार बारिश के आसार

5 जुलाई से शुरू होने वाले इस बारिश के दौर में पूर्वी यूपी के कई जिले सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर में तेज बारिश और गरज-चमक के साथ वज्रपात की आशंका है।

लखनऊ, वाराणसी से लेकर आजमगढ़ तक बने रहेंगे बारिश के हालात

प्रदेश के अन्य प्रमुख जिलों जैसे वाराणसी, जौनपुर, संत रविदास नगर, गाजीपुर, आजमगढ़, कानपुर, लखनऊ, रायबरेली और सुल्तानपुर में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। इन जिलों में गरज के साथ तेज हवा और बिजली गिरने की आशंका भी बनी हुई है।

अमेठी से उन्नाव तक भी हो सकती है तेज बरसात

फतेहपुर, प्रतापगढ़, चंदौली, बाराबंकी, अमेठी और उन्नाव में भी गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने और मौसम अपडेट पर नजर रखने की सलाह दी है।पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी खतरे की घंटी

मौसम विभाग के अनुसार अयोध्या, आगरा, मथुरा, हाथरस, झांसी, ललितपुर, मैनपुरी, एटा, औरैया और हमीरपुर जैसे पश्चिमी जिलों में भी बिजली गिरने और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इन क्षेत्रों में खुले मैदानों, पेड़ों और ऊंची संरचनाओं से दूर रहने की सलाह जारी की गई है।अगले हफ्ते भी जारी रहेगा बारिश का सिलसिला

लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 9 जुलाई तक प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुक कर भारी बारिश होती रहेगी। इस दौरान कई क्षेत्रों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका है। नागरिकों को ज़रूरत न हो तो घर से बाहर न निकलने और सावधानीपूर्वक यात्रा करने की अपील की गई है।मानसून की सक्रियता बनी रहेगी

इस बार मॉनसून ने उत्तर प्रदेश में अपेक्षाकृत अधिक सक्रियता दिखाई है। मौसम विभाग का कहना है कि इस बारिश का सीधा असर खेती, यातायात और जनजीवन पर पड़ सकता है। खासकर निचले और शहरी इलाकों में जलभराव और सीवरेज ओवरफ्लो जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

प्रशासन और नागरिकों को अलर्ट रहने की जरूरत

विभाग ने जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट किया है ताकि समय रहते आपातकालीन सेवाओं, राहत कार्यों और जल निकासी प्रबंधन को सक्रिय किया जा सके। नागरिकों को भी मोबाइल पर मौसम ऐप या सरकारी पोर्टल के माध्यम से अपडेट लेते रहने, खुले स्थानों से बचने और बिजली गिरने के समय मोबाइल या बिजली उपकरणों के प्रयोग से बचने की सलाह दी गई है।

कौन-कौन से जिले हैं सबसे अधिक संवेदनशील?

विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के निम्नलिखित जिले भारी बारिश और वज्रपात के लिहाज से संवेदनशील माने जा रहे हैं:पूर्वी यूपी: प्रयागराज, सोनभद्र, बांदा, चित्रकूट, मिर्जापुर, कौशांबी
पश्चिमी यूपी: मथुरा, झांसी, ललितपुर, एटा, हाथरस, आगरा
केंद्रीय क्षेत्र: लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, फतेहपुर

इन इलाकों में ग्रामीण क्षेत्रों और खेतों में काम कर रहे लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

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