आजकल देश भर के अनेक किसानो को रुझान पेड़ों कीखेती की और बढ़ने लगे है। इनकी खेती किसानों को खूब मालामाल कर रही है। दिन -प्रतिदिन ऐसे किसानो की संख्या बढ़ती जा रही है। पेड़ों की खेती करने से किसानों को भी फायदा हो जाएगी खेती में पेड़ की काफी फासला छोड़कर लगाए जाते हैं। इसलिए इनके बीच खाली जगह पर किसान फसलों भी उगा सकते हैं। इससे किसानों को दोहरा लाभ मिलता है।
शीशम का पेड़
शीशम के पेड़ की लकड़ी काफी मजबूत होती है साथ ही लंबे समय तक खराब भी नहीं होती। इस कारण इस पेड़ लकड़ी की कीमत बाजार में काफी ज्यादा होती है। इमारती लकड़ी के अलावा कई तरह के फर्नीचर भी इस लकड़ी से तैयार किया जाती है। यह पेड़ दीमकरोधी है इसलिए इसकी लकड़ी का उपयोग रेलगाड़ी के डिब्बे बनाने में तक में किया जाता है। शीशम का पेड़ रेतीली भूमि उगाया जा सकते हैं हालांकि इसके लिए बारिश और नमि की जरूरत होती है। अच्छीजल निकास वाली भूमि में शीशम के पेड़ की अच्छी ग्रोथ होती है। इस पेड़ की खेती करके कुछ किसान कुछ साल बाद अच्छी कमाई कर सकते हैं।
मालाबार नीम की खेती
मालाबार नीम की खेती करने पेड़ों की खेती की तरह ही होती है। और अच्छा मुनाफा देती है। कई किसान मालाबार नीम के पेड़ उगाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं। इस पेड़ की लकड़ी का उपयोग कई चीजों का बनाने में किया जाता है। इस पेड़ की लकड़ी काफी कीमती होती है कम श्रम और लागत में मालाबार नीम की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा देती है तो कई राज्यों में इसकी खेती की जाने लगी है।
सागवान की खेती
सागवान के पेड़ लगाकर कई किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इसकी लकड़ी भी बाजार में काफी महंगी रेट पर बिकती है। सागवान एक ऐसा पेड़ है जिसकी खे एक एकड़ जमीन में लाखों रुपए की कमाई देता है। इससे फर्नीचर और प्ले बनाई जाती है। इस पेड़ की लकड़ी की मियाद काफी ज्यादा होती है। भवन निर्माण के कार्यों में यह लकड़ी उपयोगी ह। बाजार में अच्छे भाव में बेचकर किसान इससे अच्छा मुनाफाकमा सकते हैं।
पॉपलर की खेती
पॉपलर की खेती किसानों को बंपर कमाई करा सकती है। पॉपलर के पेड़ की लकड़ी का कई जगह यूज होने के कारण इसकी लकड़ी भी काफी महंगी होती है। जिसका रेट आमतौर पर 700-800 रुपये प्रति क्विंटल तक होता है। बेहतर तरीके से देखभाल करके एक हेक्टेयर में 250 पेड़ तक आसानी से उगाए जा सकते हैं। पॉपलर के पेड़ 75-80 फीट तक ऊंचे होते हैं। अधिक लंबे होने के कारण इनकी सपाट लकड़ी से कई चीजें आसानी से बन जाती हैं। एक हेक्टेयर में इन पेड़ों की खेती करके किसान सात से आठ लाख रुपये तक मुनाफा आसानी से ले सकते हैं।