बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का पावन पर्व 14 फरवरी को है। आज माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि ,रेवती नक्षत्र ,शुभ योग, बालव करण, बुधवार दिन और दिशाशूल उत्तर का होइ। बसंत पंचमी के अवसर पर अभी योग बना है जो 10:43 एएम पूरे दिन है जो लोग सरस्वती पूजा करना चाहते हैं उनके लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7:01 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक है।
अपनी वीणा के मधुर स्वर से प्राणियों को वाणी प्रदान की थी
सरस्वती पूजा में आपको मां शारदा को पीले और सफेद फूल , पीले वस्त्र ,पीले गुलाब ,अक्षत , धुप दीप, मौसमी फल आदि अर्पित करना चाहिए। पूजा के समय सरस्वती वंदना की आरती जरूर करें। इससे माता प्रसन्न होती है और अपने भक्तो के मन की मुराद पूरी करती है। सरस्वती पूजा करने शिक्षा ,परीक्षा और कॅरियर में सफलता प्राप्त होती है। माघ शुक्ल पंचमी को मां सरस्वती की उत्पत्ति हुई थी उन्होंने अपनी वीणा के मधुर स्वर से प्राणियों को वाणी प्रदान की थी।
वसंत पंचमी के अवसर पर कामदेव -रति की पूजा करते हैं
वह ज्ञान और कला की भी देवी है। वसंत पंचमी के अवसर पर कामदेव -रति की पूजा करते हैं। आज का दिन शुभ कार्य करने के लिए अच्छा है। बुधवार के दिन प्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। गणेश जी की पूजा करने से अशुभ समय दूर होता है ,कष्ट मिटते है , कार्यों में कोई बाधा नहीं आती है। वह सफल होता है।
गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए मोदक ,दूर्वा और सिंदूरजरूर अर्पित करें। बुधवार के दिन गणेश जी को मूंग के लड्डू चढ़ाने से कुंडली काबुध दोष दूर होता है। जो लोग आज के दिन गाय को हरा चारा खिलाते हैं उनका बुध मजबूत होता है और बिजनेसमैन में उन्नंती आती है। आज के दिन पंचक समाप्त होने हो रहा है यह पंचक 10:43 एएम पर खत्म हो जाएगा।
आज का शुभ योग
रवि योग: 10:43 एएम से 15 फरवरी को 07:00 एएम तक