माघ मास की श्री कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को नरक निवारण चतुर्दशी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है की इस दिन भगवान महादेव की पूजा अर्चना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और लोगों को नरक से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्त होती है। इस दिन को मासिक शिवरात्रि भी कहा जाता है। इस साल 24 फरवरी को नरक निवारण चतुर्दशी पड़ रही है।
भगवान महादेव की किस तरह से पूजा करें
यहां जानते हैं इस दिन भगवान महादेव की किस तरह से पूजा करें। सनातन धर्म में चतुर्दशी का विशेष महत्व होता है। वैसे अगर पूरे साल की बात कर तो लगभग 24 चतुर्दशी होती है। चतुर्दशी तिथि के दिन भगवान शिव की आराधना करना शुभ माना जाता है। ज्योतिष के मुताबिक, मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव माँ पार्वती का विवाह होता है।
लोग नरक चतुर्दशी का व्रत करते हैं उन्हें नरक नहीं जाना पड़ता
जो भी लोग नरक चतुर्दशी का व्रत करते हैं उन्हें नरक नहीं जाना पड़ता। उन्होंने बताया कि इस दिन गंगा स्नान का काफी महत्व है। इस दिन भगवान पर शिव पर गंगाजल, दूध ,दही ,घी , शहद ,शक्कर, भांग, इत्र ,गुलाब जल, फूल ,बेलपत्र से करें पूजा तो विशेष लाभ मिलता है। उन्होंने बताया कि अगर इस दिन भगवान शिव को अगर लौंग अर्पण किया जाए तो लोगों के सभी कष्ट दूर हो जाएंगे।
ज्योतिष में बताया कि 8 फरवरी 2024 को सुबह 6:41 बजे से चतुर्दशी की तिथि प्रारंभ हो रही है। अगले दिन 9 फरवरी को 7:20 बजे तक चतुर्दशी तिथि की रहेगी। ज्योतिष में बताया कि इसकी शुरुआत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में हो रही है जो काफी लाभदायक है। अगर इस दिन भगवान शिव के साथ मां पार्वती की पूजा का की जाए तो उत्तम लाभ मिलेगा।