इस बार हरियाली अमावस्या है सबसे खास , बन रहे है इतने सार शुभ योग जिनमे स्नान दान और पूजा करना है शुभ

Saroj kanwar
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सावन के महीने में कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को हर साल अमावस्या मनाई जाती है। ये साल इस साल दिन भी और खास होने वाला है। क्योंकि हरियाली अमावस्या के दिन 4 शुभ योग बन रहे हैं। इसके कारण ये अमावस्या विशेष फलदाई मानी जा रही है। हरियाली अमावस्या का साल भर में इंतजार किया जाता है क्योंकि पौधों को लगाने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। सावन के महीने में चारों तरफ बारिश हो चुकी होती है और हरियाली छा जाती है।

इस वक्त प्रकृति की सुंदरता देखने लायक होती है। यही वजह है कि सावन की अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहते हैं। अगर आप भी हरियाली अमावस्या की तारीख को लेकर कन्फ्यूजन में है तो आपको बताते हैं कि इस साल हरियाली अमावस्या किस दिन है कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं और स्नान दान का शुभ मुहूर्त क्या है।

4 शुभ संयोग के बीच हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी

हिंदू पंचांग के अनुसार,इस साल सावन के महीने में कृष्ण पक्ष की अमावस्या 3 अगस्त दिन शनिवार को पड़ रही है। शुभ मुहूर्त की बात करें तो इस तिथि का शुभारंभ दोपहर 3:50 मिनट से होगा। वही तिथि का समापन 4 अगस्त रविवार के दिन शाम 4:42 पर होगा। वह उदया तिथि के अनुसार इस बार हरियाली अमावस्या 4 अगस्त दिन रविवार कोहोगी। वही तिथि का समापन 4 अगस्त रविवार के दिन शाम 4:42 पर होगा तिथि के अनुसार इस साल हरियाली अमावस्या 4 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी। हरियाली अमावस्या अपने आप में खास होगी क्योंकि इस बार 4 शुभ संयोग के बीच हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी।

हरियाली अमावस्या के दिन रवि पुष्य योग ,सिद्धि योग ,सर्वार्थ सिद्धि योग और पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग एक साथ बन रहा है। श्रावण अमावस्या पर सिद्धि योग सुबह से लेकर सुबह 10:30 तक होगा। रवि पुष्य योग सुबह 5:44 मिनट से दोपहर 1 26 मिनट तक है। वही स्वार्थ सिद्धि योग की बात करें तो सुबह 5:44 मिनट से दोपहर 1: 20 मिनट तक है। पुष्य नक्षत्र प्रात काल से लेकर दोपहर 1:26मिनट तक रहेगा। इसके बाद अश्लेषा नक्षत्र है।

स्नान दान का महत्व

हरियाली अमावस्या के शुभ मुहूर्त की बात करें तो ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:20 मिनट से 5: 2 मिनट तक ही रहेगा। वहीँ अभिजीत मुहूर्त दोपहर2:12 मिनट से लेकर दोपहर 12:54 मिनट तक है। हरियाली अमावस्या पर सूर्य उदय 5:44 मिनट पर होगा। सुबह से लेकर दोपहर 1:26 मिनट तक शुभ समय रहेगा।

आप इस समय के बीच में कभी भी श्रावण अमावस्या का स्नान और दान कर सकते हैं । हरियाली अमावस्या के दिन स्नान दान करना बहुत ही शुभ माना जाता कहते हैं इस दिन स्नान दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है पितरो का आशीर्वाद मिलता है। हरियाली अमावस्या की मौके पर पौधे लगाना बहुत ही पुण्य का काम माना जाता है। ऐसा करने से कहते हैं की किस्मत संवर जाती है। पौधे लगाने से जहां एक तरफ हरियाली पड़ती है। पर्यावरण बचाने मदद मिलती है वहीं आपके ग्रह दोष भी दूर होते हैं।

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