ये सरकारी स्कीम संवारेगी सीनियर सिटीजन का बुढ़ापा, खाते में हर महीने मिलेंगे 5 हज़ार – ऐसे करें अप्लाई

Saroj kanwar
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सिर्फ 7 रुपए रोजाना बचाकर आप जीवन भर ₹60000 की पेंशन पा सकते है। सरकार आजीवन ₹60000 की पेंशन की गारंटी देती है। अटल पेंशन योजना एक सरकारी योजना है जो लोगों को उनके रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाई गई है। पेंशन स्कीम खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और उन्हें बुढ़ापे में उन्हें नियमित आय की जरूरत होती है।

हर महीने सिर्फ 210 रुपये यानी रोजाना 7 रुपये का योगदान करना होगा


अगर आपकी उम्र 32 साल के है तो योजना में हर महीने तक ₹5000 की पेंशन पा सकते हैं। वहीं, अगर आपकी उम्र 18 साल है तो आपको हर महीने सिर्फ 210 रुपये यानी रोजाना 7 रुपये का योगदान करना होगा।

अटल पेंशन योजना को 2015-16 की बजट में लॉन्च किया गया था । इसका मकसद असंगठित क्षेत्र में कामगारों को बुढ़ापे में सुरक्षा प्रदान करना है यह योजना पेंशन फंड भी नियम और विकास प्राधिकरण के द्वारा चलाई जा रही है । अटल ल पेंशन योजना में पेंशन भोगियों को 1000 से ₹5000 तक की मासिक पेंशन मिलती है जिसकी गारंटी सरकार देती है। अटल पेंशन योजना में आप जितनी जल्दी निवेश करना शुरू करेंगे आपको उतना ही कम योगदान करना होगा ।

हर महीने ₹210 का योगदान करना होगा

आप 18 साल की उम्र में इस योजना से जुड़ते हैं तो आपको हर महीने ₹210 का योगदान करना होगा ताकि आपको 60 साल के उम्र के बाद ₹5000 की पेंशन मिल सके। अगर आपकी 32 साल हो तो आपको हर महीने 689 रुपए का योगदान करना होगा वही आपकी उम्र 40 साल है तो आप ₹5000 की राशि के लिए आपको हर महीने 1054 रूपये जमा करने होंगे। इस योजना की न्यूनतम राशि 1000 पर अधिकतम ₹5000 तय की गई है।

APY Pension Scheme सरकार भी अंशदान करती है

सरकार भी इस APY Pension Scheme में अंशदान करती है। सरकार हर साल अधिकतम 1,000 रुपये या आपकी जमा राशि का 50% सह-योगदान करती है। लेकिन यह सुविधा केवल उन लोगों के लिए है जो करदाता नहीं हैं और किसी अन्य सामाजिक सुरक्षा योजना में नामांकित नहीं हैं।

इस योजना से जुड़ने के लिए आपके 18 से 40 वर्ष के बीच की होनी चाहिए। योजना से जुड़ने के बाद आपको 60 साल की आयु तक नियमित मासिक अंशदान करना होगा जिसके बाद आपको पेंशन से मिलना शुरू हो जाएगी।अटल पेंशन योजना असंगठित क्षेत्र के कामगारों को बढ़ाने के लिए सहायता प्रदान करती था यह बिना किसी चिंता के अपने बुढ़ापा जी सके।

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