उत्तर प्रदेश की राजधानी आने वाली तीन वर्षों में तीन नई सिटी आईटी सिटी विकसित की जाएगी। इस महत्वकांक्षी परियोजना से न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे बल्कि बड़े पैमाने पर आवास सुविधा में उपलब्ध कराई जाएगी। लखनऊ विकास प्राधिकरणएलडीए इलेक्ट्रॉनिक विभाग, और आवास विकास परिषद योजना की विभिन्न विषयों को विकसित करेंगे।
रोजगार और आवास के अवसर बढ़ेंगे
360 एकड़ का इंडस्ट्रियल एरिया आईटी सिटी को इस तरह से विकसित किया जाएगा जिससे अधिकतम निजी निवेश आकर्षित हो। इसके लिए योजना में 360 एकड़ का इंडस्ट्रियल एरिया व व्यावसायिक गतिविधि के लिए 64 एकड़ क्षेत्रफल आरक्षित किया गया है साथ ही लगभग 15 एकड़ क्षेत्रफल में फैली वाटर बॉडी योजना की पहचान बनेगी। यहां कंप्यूटर और सॉफ्टवेयर से जुड़े स्थानों के लिए अतिरिक्तप्लाटो की व्यवस्था होगी। बड़ी कंपनियां इसके आसपास पहले से आ चुकी है।एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जानकारी दी कि आईटी के सिटी के विकास काम तेज गति से चल रहा है उसे अगले दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया। यह परियोजना न केवल लखनऊ को टेक्नोलॉजी का प्रमुख केंद्र बनाएगी, बल्कि राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण LDA की सबसे बड़ी आईटी सिटी सुल्तानपुर रोड पर बन रही है । इसमें आईटी कंपनियों के लिए ऑफिशियल स्पेस और बड़ी रेजिडेंशियल कॉलोनी का निर्माण किया जाएगा । यह सिटी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और इसी तकनीकी और रेजिडेंशियल हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
दूसरी आईटी सिटी इलेक्ट्रॉनिक विभागों द्वारा विकसित की जाएगी इसे विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक और तकनीक उद्योगों के लिए अवसर सृजित किए जाएंगे । तीसरी आईटी सिटी आवास विकास परिषद द्वारा तैयार बनाई जाएगी जो आवासीय और व्यावसायिक जरूरत को समग्र समाधान प्रदान करेगी।
3 नई IT सिटी से लखनऊ बनेगा टेक्नोलॉजी का केंद्र
तीन नई IT सिटी के विकास से लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। यह पहल न केवल आईटी और तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञों के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर कुशल और अकुशल श्रमिकों के लिए भी रोजगार के अवसर प्रदान करेगी। विशेषज्ञों का मानना है की परियोजना स्टार्टअप समिति कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए एक आदर्श वातावरण प्रदान करें इसके साथ ही राज्य सरकार का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को तकनीकी उद्योगों के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना है । लखनऊ में सुल्तानपुर रोड पर डेवलपर कर रहा है। इसके साथ ही एलडीएल लखनऊ में दो और IT दो साल में विकसित करेगा यानी लखनऊ में अगले 2 साल में तीन आईटी विकसित की जाएगी। इसमें से एक लखनऊ विकास प्राधिकरण दूसरा इलेक्ट्रॉनिक विभाग और तीसरा आवास परिषद बनाया जाएगा इसके लिए करीब एक लाख की संख्या में रोजगार सृजन होगा। इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा निर्धारित की गई दर का अनुमोदन प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में किया जा चुका है. योजना में हाईटेक प्रौद्योगिकी पार्क, ग्लोबल बिजनेस पार्क, साइंस एवं इंजीनियरिंग उपकरण क्षेत्र, सुपर स्पेशलिटी मेडिकल जोन आदि के लिए भूखण्ड होंगे. योजना में 72 वर्गमीटर से 1250 वर्गमीटर क्षेत्रफल के कुल 4025 आवासीय भूखण्ड सृजित किए जाएंगे, जिसमें से सर्वाधिक 1848 भूखण्ड 200 वर्गमीटर क्षेत्रफल के होंगे।।