चैत्र अमावस्या 8 अप्रैल को इस दिन सोमवार है। चैत्र माह की अमावस्या की तिथि सोमवार को पड़ने के कारन यह सोमवती अमावस्या कहलाती है। इस दिन दान पुण्य और नदी स्नान का भी बहुत महत्व होता है। पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए सोमवती अमावस्या को महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। पितरों के नाराज होने पर जीवन में कई तरह की परेशानी आने लगती है। आईए जानते हैं सोमवती अमावस्या के उपाय जिन्हें करने से पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है।
पितरों का तर्पण
सोमवती अमावस्या के दिन प्रात काल स्नान के बाद पितरों का स्मरण करें और उनको तर्पण किया जा सकता है। इसके लिए काले तिल ,सफेद पुष्प और कुश का उपयोग करें। तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
पीपल की जड़ में पानी
पीपल की जड़ में पानी देने का उपाय से पितृ दोष दूर होता है। सोमवती अमावस्या के उपाय जरूर करें। इस दिन स्नान और दान की बार पीपल की जड़ में पानी दे सुबह से पितृ प्रश्न होते हैं पीपल की जड़ में तीनों देव ब्रह्मा विष्णु और महेश रहते हैं पीपल की सेवा करने से पितरों की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा
सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए। इस पूजा का पुण्य को पितरों को अर्पित कर दे इससे पितृ प्रसन्न होंगे। पितृ दोष मुक्ति मिलेगी।
अशोक का पौधा लगाए
सोमवती अमावस्या के दिन अशोक का पौधा लगाने से पितृदोष से मुलती मिल सकती है। अशोक के वृक्ष भगवान विष्णु के प्रिय होते हैं और अशोक वृक्ष की सेवा से मोक्ष की प्राप्ति होती है।