सुकन्या समृद्धि खाता योजना ppf में छोटी बचत योजना की ब्याज दरों में हाल ही के में काफी बढ़ोतरी हुयी है। हालाँकि विशेषज्ञों का मानना है की बढ़ोतरी जल्दी ही थम सकती है। आने वाले 6 से 12 महीना में ब्याज दरों में गिरावट की संभावना है।। अमेरिकी फेडरल रिजल्ट द्वारा ब्याज दरों में कटौती और भारत में बढ़ती महंगाई दर में कमी की उम्मीद के चलते ही ऐसे संभव हो पाया ।
सुकन्या समृद्धि पर फिलहाल 8.2 फ़ीसदी ब्याज मिल रहा है ।
सुकन्या समृद्धि पर फिलहाल 8.2 फ़ीसदी ब्याज मिल रहा है । अक्टुम्बर दिसंबर तिमाही में छोटी बचत योजना की ब्याज दरों में काफी क्या बदलाव किए जा सकते हैं। इस पर विशेषज्ञ ने अपनी राय जाहिर की। हर तिमाही में में छोटी बचत योजना की ब्याज दर बदलती रहती है। सितंबर के अंत तक नई दरों की घोषणा की जाती है । इन योजना में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF ), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS ), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट ( NSC ), सुकन्या समृद्धि योजना ( SSY ) और पोस्ट ऑफिस की अन्य योजनाएं शामिल हैं।
छोटी बचत योजना की ब्याज दर बदलती रहती है
। इस पर विशेषज्ञ ने अपनी राय जाहिर की। हर तिमाही में में छोटी बचत योजना की ब्याज दर बदलती रहती है। सितंबर के अंत तक नई दरों की घोषणा की जाती है । इन योजना में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF ), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS ), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट ( NSC ), सुकन्या समृद्धि योजना ( SSY ) और पोस्ट ऑफिस की अन्य योजनाएं शामिल हैं।
पिछले तीन महीने के औसत सरकारी बॉन्ड यील्ड के आधार पर होती है
इस तरह इस बार सवाल यह है कि क्या अक्टूबर दिसंबर तिमाही में PPF , SCSS और सुकन्या समृद्धि खाता समृद्धि योजना जैसी योजनाओं की ब्याज दर बढ़ेगी । दरअसल PPF , scss जैसी छोटी बचत योजना की ब्याज दर एवं 10 सालके सरकारी बॉन्ड यील्ड से जुड़ी होती है। इन योजनाओं की ब्याज दरें हर महीने हर तिमाही में पिछले तीन महीने के औसत सरकारी बॉन्ड यील्ड के आधार पर होती है।
वित्त मंत्रालय द्वारा 2016 में जारी फॉर्म में लेकर मुताबिक ,PPF की ब्याज दर 10 साल की सरकारी बॉन्ड यील्ड से 0.25 परसेंट से ज्यादा है। जून से अगस्त तक 10 साल के बांड की औसत यील्ड 6 पॉइंट 93% रही है।
इस फार्मूले के मुताबिक ,अक्टूबर दिसंबर तिमाही के लिए PPF की ब्याज दर 7 पॉइंट 18 पर्सेंट होनी चाहिए। लेकिन फिलहाल PPF की ब्याज दर 7.1% 7.1% है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार अगली तिमाही में इसे बढ़ाने के मूड में नहीं है। अधिकांश लघु बचत योजना की ब्याज दर पहले से श्यामला गोपीनाथ समिति 2011 द्वारा सुझाये गए फॉर्मूलों के अनुरूप है ,इसलिए दिसंबर तिमाही में इन योजनाओं की ब्याज दरों पर वृद्धिकी संभावना कम है।
यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पिछले कुछ समय से इन योजनाओं की ब्याज दरें अपने उच्चतम स्तर पर हैं। हाल ही में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की है।
अप्रैल-जून 2020 तिमाही से केवल PPF की ब्याज दर अपरिवर्तित रही है। इसी अवधि के दौरान केंद्र सरकार ने अधिकांश लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 0.40% से 1.50% तक की वृद्धि की थी।