मछली पालन कमाई का एक अच्छा जरिया है,मछली की डिमांड हमेशा बनी रहती है। मछली सेहत के लिए फायदेमंद होते है लेकिन मछली पालन करने से पहले जानकारी लेनी चाहिए की आपके क्षेत्र में किस तरह की मछली की डिमांड रहती है उसका पालन करेंगे तो धड़ाधड़ बिक्री हो जाएगी साथ ही कुछ नई किस्म पालन भी कर सकते हैं। जैसे कतला, रोहू, तिलापिया, मिल्क फ़िश, कॉमन कार्प, सिल्वर कार्प, कॉड, फ़्लॉन्डर, सोल, और मल्ली अच्छा विकल्प है।
लेकिन मछली पालन में भी खर्च आता है। तालाब का खर्चा ,मछली के बीज का खर्चा , चारे दाने का खर्च आदि। इसलिए सरकार आर्थिक मदद दे रही है। मछली पालन में मुनाफा है। इसलिए सरकार मछली पालन के लिए प्रोत्साहित कर रही है जिसके लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संप्रदाय योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी के बारे में जानेंगे।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लाभकारी योजना है जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार में अपनी तरफ से प्रदेश के लोगों को आर्थिक मदद दे रही है जिसमें उत्तर प्रदेश की तरफ से 60% की सब्सिडी दी जाती है । अगर आयुर्वेदिक सामान्य वर्ग की गई है तो उन्हें 40% सब्सिडी दी जाएगी। लेकिन अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति और महिला मछली पलकों को 60% की सब्सिडी मिलेगी।
जी हाँ महिलाओं को मछली पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। क्योंकि आसानी से व्यवसाय में आर्थिक रूप सशक्त हो सकती हैं। चलिए आपको बताते हैं, आवेदन कहां कैसे करना है।
आवेदन कहा करे
मछली पालन के लिए सरकार से सब्सिडी ले लेंगे तो बहुत बड़ी आर्थिक मदद दी जाएगी। जी हाँ आपको बता दे की इस सरकारी योजना इससे सरकारी योजना के तहतमछली पालको को मछलियों के बीज, मछली प्रसंस्करण, मत्स्य पालन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए भी सहयोग मिलेगा, तो अगर इच्छुक है तो 15 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं 15 फरवरी 2025 आवेदन की आखिरी तिथि है।
पोर्टल 1 फरवरी से खुला हुआ है और यह साइट https://fisheries.up.gov.in/ है। यहां से जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। लेकिन कोई भी व्यवसाय शुरू करने से पहले उसके बारे में छानबीन कर लेनी चाहिए, आपके क्षेत्र में वह व्यवसाय कैसा चलेगा, जो लोग यह व्यवसाय कर रहे हैं, उनसे मिलना चाहिए। इसमें आने वाली चुनौती और मुनाफा के बारे में जानना चाहिए।