Success Story: IRS अधिकारी की बेटी ने UPSC में हासिल की ऑल इंडिया 6वीं रैंक, बनी जिले की पहली महिला डिप्टी कमिश्नर

Saroj kanwar
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IAS Sakshi Sawhney Success Story: हर युवा का सपना होता है कि वे UPSC की परीक्षा पास करके देश की सेवा करें. संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) की सिविल सर्विस की परीक्षा देश की कठिन परीक्षाओं में से एक है. हर साल लाखों लोग इस परीक्षा में हिस्सा लेते है.

लेकिन उनमें से बहुत कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास करके IAS, IPS अधिकारी बनते है. आज हम आपको एक ऐसी ही महिला अधिकारी के बारे में बता रहे है, जो अपने जिले में पहली महिला डिप्टी कमिश्नर बनी. हम बात कर रहे है, IAS साक्षी साहनी(IAS Sakshi Sawhney)की.

साक्षी पंजाब की रहने वाली है. साक्षी एक सरकारी अधिकारियों वाले परिवार से आती हैं. साक्षी के पिता एक सेवानिवृत्त राजस्व सेवा अधिकारी (IRS) हैं और उनकी मां स्कूल प्रिंसिपल हैं. उनकी बहन बैंकिंग सेक्टर में जॉब करती हैं.

साक्षी ने एक निजी स्कूल से पढ़ाई की और उसके बाद हैदाबाद स्थित नालसार यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ से बीए एलएलबी की डिग्री हासिल की. जहां उन्होंने आठ गोल्ड मेडल के साथ टॉप किया.

ग्रेजुएशन के बाद साक्षी ने UPSC सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी. शुरू से ही साक्षी का रूझान कानून की पढ़ाई में था. साल 2012 में उन्होंने अपना पहला यूपीएससी अटेम्प्ट  कॉलेज में रहते हुए ही दिया.

निबंध लेखन में कम अंक होने के चलते फाइनल सेलेक्शन नहीं हुई. साक्षी ने यूपीएससी में लॉ ऑप्शनल सब्जेक्ट रखा. अपने दूसरे प्रयास में साक्षी को  गीतांजलि बैंडन (रैंक 6, 2011) से प्रेरणा मिली.

उसके बाद साक्षी ने साल 2013 में UPSC सिविल सर्विस परीक्षा देकर ऑल इंडिया 6वीं रैंक हासिल की. साल 2014 में उन्हें IAS कैडर मिला. साक्षी अमृतसर की पहली महिला डिप्टी कमिश्नर है. हाल ही में वे अमृतसर जिले में बाढ़ से जूझ रहे लोगों से मिलने पहुंची. 

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