Senior Citizen Rail Ticket Discount Update: 2025 में सिर्फ ₹250 में ₹500 का सफर – छूट न जाए मौका

Saroj kanwar
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भारत में वरिष्ठ नागरिकों (सिनियर सिटिजन) के लिए यात्रा को आसान और सस्ता बनाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे समय-समय पर विशेष छूट और सुविधाएं प्रदान करता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल यात्रा में मिलने वाली छूट एक महत्वपूर्ण सामाजिक और सरकारी पहल है, जिससे बुजुर्ग नागरिकों को आरामदायक और किफायती सफर का लाभ मिलता है। इस लेख में, सीनियर सिटिजन रेल टिकट 50% डिस्काउंट योजना की पूरी जानकारी सरल और समझने योग्य हिंदी में दी गई है, जिसमें सरकार की नीतियां, छूट का प्रकार, आवेदन प्रक्रिया और हाल के अपडेट शामिल हैं।

भारतीय रेलवे में वरिष्ठ नागरिक अक्सर 50% तक की छूट पा सकते हैं। यह योजना खासकर वरिष्ठ नागरिकों की आर्थिक मदद के लिए है ताकि वे बिना ज्यादा खर्च के रेल से सफर कर सकें। रेलवे ने बुजुर्ग यात्रियों की सुविधा हेतु कई विशेष व्यवस्थाएं भी की हैं, जैसे कि नीचले पायदान पर सीटें उपलब्ध कराना, जिससे यात्रा और अधिक आरामदायक हो।

ध्यान देना होगा कि यह छूट केवल सामान्य टिकटों पर लागू होती है, जबकि तत्काल (तत्काल क्वोटा) टिकटों पर यह छूट नहीं मिलती है।

Senior Citizen Rail Ticket: New Discount Update

यह योजना भारतीय रेलवे की एक सरकारी पहल है, जिसका मकसद वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के दौरान मिलने वाली आर्थिक सहायता देना है। इस योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों को लगभग 40% तक की छूट मिलती है जबकि 58 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को 50% तक की छूट प्राप्त होती है। यह छूट मुख्य रूप से सामान्य वर्ग के रिजर्वेशन टिकटों पर लागू होती है।

रेलवे द्वारा बुजुर्गों को यात्राओं को सुविधाजनक बनाने के लिए कई विशेष प्रावधान भी किए गए हैं। उदाहरण के लिए, रेलवे के रिजर्वेशन प्रणाली में यह व्यवस्था है कि वरिष्ठ नागरिकों को नीचले पायदान (लोअर बर्थ) उपलब्ध कराई जाए। यह सुविधा स्लीपर क्लास, 3एसी, और 2एसी सीटों के लिए उपलब्ध है। इस प्रकार की व्यवस्था से बुजुर्ग यात्रियों के लिए ट्रेन का सफर आरामदायक और सुरक्षित हो जाता है।

हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च 2020 से रेलवे ने अस्थायी रूप से वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली इस छूट को रोक दिया था। इस कदम का उद्देश्य बुजुर्गों को गैर-जरूरी यात्राओं से रोकना था ताकि संक्रमण का खतरा कम हो सके। लेकिन अब जबकि महामारी की स्थिति सामान्य हो गई है, सांसदों और वरिष्ठ नागरिकों की मांग के चलते रेलवे मंत्रालय ने इस छूट को पुनः शुरू करने पर विचार करना शुरू कर दिया है।

रेलवे मंत्रालय ने यह भी बताया है कि इस छूट को पुनः लागू करने के लिए पार्लियामेंट की रेलवे स्टैंडिंग कमेटी ने भी इसकी सिफारिश की है। खासकर स्लीपर और 3एसी जैसी सामान्य वर्ग की श्रेणियों में इस छूट को फिर से लागू करने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि अभी अंतिम निर्णय और तारीख घोषित नहीं हुई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि आगामी समय में इसे पुनः शुरू किया जाएगा।

योजना के तहत मिलने वाली सुविधाएं और छूट

इस योजना के अंतर्गत बुजुर्ग यात्रियों को न केवल टिकट पर छूट मिलती है, बल्कि उन्हें कई अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं। उदाहरण के लिए:

  • महिलाओं (58 वर्ष से अधिक) को 50% तक और पुरुषों (60 वर्ष से अधिक) को लगभग 40% तक की टिकट छूट का लाभ मिलता है।
  • वरिष्ठ नागरिकों को पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) में नीचले पायदान वाले बर्थ (लोअर बर्थ) आसानी से मिलते हैं जिससे उनकी यात्रा और सुविधाजनक हो जाती है।
  • फॉर्म भरते समय ‘सीनियर सिटिजन’ विकल्प को चुनकर छूट प्राप्त की जा सकती है।

टिकटों की बुकिंग के दौरान यह छूट केवल सामान्य आरक्षित टिकटों पर उपलब्ध होती है। तत्काल या टाटकाल क्वोटा टिकटों पर यह छूट लागू नहीं होती है। अतः बुकिंग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि टिकट सामान्य कोटि में हो।

छूट पाने के लिए आवेदन प्रक्रिया

सीनियर सिटिजन रेल टिकट पर छूट पाने के लिए सबसे पहले आप भारतीय रेलवे की वेबसाइट या आॅफलाइन काउंटर पर टिकट बुक कर सकते हैं।

  • ऑनलाइन बुकिंग के लिए IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
  • खाते में अपना आधार कार्ड लिंक होना आवश्यक है, जिससे उम्र का प्रमाण सटीक रूप से मिल सके।
  • टिकट बुकिंग के दौरान ‘सीनियर सिटिजन’ विकल्प को चेक करें।
  • पुरुषों के लिए 60 वर्ष और महिलाओं के लिए 58 वर्ष की उम्र की पुष्टि करना आवश्यक है।
  • यदि आप ऑफलाइन टिकट कटवा रहे हैं, तो अपनी उम्र का प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड या पासपोर्ट) साथ रखें।

इस प्रक्रिया को अपनाने से आपको बुजुर्ग छूट का लाभ मिल जाएगा। इसके अलावा, यात्रा के दौरान अपनी उम्र का प्रमाण साथ रखना आवश्यक होता है क्योंकि रेलवे की यात्रा के दौरान निरीक्षक इसे मांग सकते हैं।

हाल के अपडेट और सरकार की स्थिति

मार्च 2020 से कोरोना महामारी के कारण रेलवे मंत्रालय ने वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली इस छूट को रोक दिया था। हालांकि इस दौरान बहुत से सांसदों और नागरिक संगठनों ने इसे पुनः शुरू करने की मांग की।

2025 में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में कहा है कि रेलवे स्टैंडिंग कमेटी ने इस छूट को पुनः लागू करने की सिफारिश की है, खासतौर पर स्लीपर और 3एसी क्लास के लिए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि रेलवे ने 2023-24 में टिकट सब्सिडी के रूप में लगभग 60,466 करोड़ रुपये का खर्च किया, जिससे सभी यात्रियों को औसतन 45% की छूट मिलती है।

सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि सब्सिडी और छूट की गहराई से समीक्षा की जा रही है और जल्द ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह छूट पुनः उपलब्ध कराने की संभावना है। यह कदम बुजुर्ग यात्रियों को आर्थिक रूप से लाभान्वित करेगा और उन्हें बेहतर रेल सेवा प्रदान करेगा।

निष्कर्ष

सीनियर सिटिजन रेल टिकट 50% डिस्काउंट योजना बुजुर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण और लाभकारी पहल है। यह योजना न केवल उनकी यात्रा को सस्ता बनाती है, बल्कि उनके आराम और सुविधा का भी ख्याल रखती है। महामारी के बाद भी अब रेलवे इसे पुनः शुरू करने की प्रक्रिया में है, जिससे अधिक से अधिक बुजुर्ग इसका लाभ उठा सकेंगे। वरिष्ठ नागरिकों को चाहिए कि वे ऑफिशियल निर्देशों का पालन करें और रेल यात्रा करते समय आयु प्रमाण साथ रखें ताकि वे छूट का पूरा लाभ उठा सकें। इस योजना के पुनः लागू होने से बुजुर्ग यात्रियों की यात्रा और भी सुगम और किफायती होगी।

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